आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा से रविपुष्य नक्षत्र व सर्वार्थसिद्धि योग के शुभ संयोग के साथ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हुई। गुप्त नवरात्रि तंत्र व मंत्र सिद्धि के लिए जाना जाता है, अनुष्ठान किए जाते है । दुर्गा चालीसा व दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए।
रविपुष्य योग में ख़रीदारी करना लाभदायक बताया गया है। सर्वार्थसिद्धि योग होने के कारण ज्यादा महत्व हो गया है।