भोपाल: मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने प्रदेश के समस्त मतदाताओं से आहवान किया है कि आगामी चुनावों में शत-प्रतिशत मतदान का कीर्तिमान बनाएं। राष्ट्र निर्माण में सक्रिय सहभागिता का आदर्श प्रस्तुत करें। राज्यपाल ने युवाओं से कहा है कि लोकतंत्र के उत्सव को जिद, जोश और जुनून के साथ मनाने के वरिष्ठ नागरिकों के भाव और भावनाओं से प्रेरणा लेकर आगामी निर्वाचन में मतदान के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। सबसे पहले करें मतदान उसके बाद कोई दूसरा काम। राज्यपाल भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर वरिष्ठ मतदाताओं के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ मतदाताओं श्रीमती पांचो बाई पाल और श्री चन्द्र भूषण श्रीवास्तव का उनके पास जाकर सम्मान किया। आर.सी.व्ही.पी.नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी के सभागार में हुए कार्यक्रम में पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग, श्री ओ.पी. रावत, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश श्री अनुपम राजन और राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री डी.पी. आहूजा एवं निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारी और भोपाल जिले के 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता उपस्थित थे।
राज्यपाल ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की मज़बूती और जीवंतता का आधार निर्वाचन प्रक्रिया में मतदाता की सक्रिय सहभागिता है। लोकतांत्रिक संस्थाओं की मज़बूती के लिए जितना जरूरी स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव है, उतना ही महत्वपूर्ण मतदान में मतदाताओं की अधिकतम सक्रिय भागीदारी भी है। उन्होंने समाज के वंचित समुदाय के मतदाताओं में मतदान को पवित्र कार्य मानने के प्रसंग का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि गुजरात के नगरीय चुनावों के दौरान मतदान से पूर्व रात्रि में एक परिवार के सदस्य की आकस्मिक मृत्यु हो गई थी। परिवार ने मतदान को जरूरी जिम्मेदारी मानते हुए पार्थिव देह का अंतिम संस्कार प्रातः साढ़े सात बजे से पहले संपन्न कर दिया जिससे समुदाय के सभी व्यक्ति मतदान कर सकें। समाज के प्रत्येक व्यक्ति को चाहे अमीर-गरीब हो, शिक्षित-अशिक्षित हो, इसी समर्पण के साथ मतदान करना चाहिए। प्रत्येक नागरिक को यह समझना जरूरी है कि लोकतंत्र में सबसे पवित्र और मूल्यवान कार्य मतदान है। राज्यपाल ने कहा कि वरिष्ठ मतदाताओं के कर्तव्य पालन का ही प्रतिफल है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के गौरव के साथ सबल, समर्थ, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत निर्माण के पथ पर हम आज तेज गति से आगे बढ़ रहे है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन समाज के निर्माण और उसके विकास में वरिष्ठ नागरिकों की सेवाओं के प्रति आभार और सम्मान प्रदर्शन की सराहनीय पहल है। उन्होंने सम्मानित सभी 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं का संवैधानिक मूल्यों के प्रति समर्पण और निष्ठा की सराहना करते हुए, स्वस्थ, सुखी जीवन की कामना की। उन्होंने निर्वाचन आयोग के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को साधुवाद देते हुए सराहना की।
पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग, श्री ओ.पी. रावत ने कहा कि लोकतंत्र में मतदाता देश का भाग्य विधाता है, जिसके द्वारा चुनी गई सरकार देश का निर्माण करती है। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र में ही संभव है कि भोपाल का सामान्य व्यक्ति, देश का राष्ट्रपति बन सकता है। इस व्यवस्था का संरक्षण और संरक्षा प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने फेक न्यूज़ के बढ़ते संकट को लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए वरिष्ठ मतदाताओं से युवाओं का मार्गदर्शन करने का अनुरोध किया। श्री रावत ने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया को स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने में नागरिकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। कार्यक्रम में निर्वाचन आयोग के ऐप सी-विजिल की जानकारी देते हुए बताया कि ऐप पर निर्वाचन कार्य में गड़बड़ी और गलती के फोटो अथवा विडियो डालकर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। आयोग द्वारा यह प्रावधान किया गया है कि प्रथम क्षेत्राधिकारी द्वारा सौ मिनटों के भीतर शिकायत की जाँच की जाएगी। अग्रिम कार्रवाई की सूचना भी शिकायतकर्ता को मिलेगी। उन्होंने बताया कि ऐप की व्यवस्था से पूर्व जहाँ प्राप्त शिकायतों में से 99.99 प्रतिशत गलत निकलती थीं, वहीँ ऐप पर प्राप्त करीब 90 प्रतिशत शिकायतें सही पायी गई हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश, श्री अनुपम राजन ने अपने स्वागत उद्बोधन में निर्वाचन आयोग द्वारा वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजन के लिए उपलब्ध कराई गईं सुविधाओं की जानकारी दीं। उन्होंने बताया कि 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की शारीरिक क्षमताओं और आवागमन के दृष्टिगत जिला स्तर पर उनके घर पर सम्मान की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम में भोपाल जिले के मतदाताओं को प्रतिनिधि स्वरूप कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। राज्यपाल का कार्यक्रम के प्रारम्भ में पुष्प-गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। निर्वाचन आयोग द्वारा निर्मित ‘मैं भारत हूँ’ गीत और वरिष्ठजन मतदाताओं पर केन्द्रित लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया।