चित्र भारती राष्ट्रीय लघु फिल्मोत्सव की ट्रॉफी का अनावरण
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि देश की आजादी के पहले बनी फिल्मों का चरित्र अलग था। उनसे समाज को दिशा मिलती थी और उनमें राष्ट्र गौरव का भाव था। डॉ. यादव आज कुशाभाऊ ठाकरे हॉल (मिंटो हॉल) में चित्र भारती राष्ट्रीय लघु फिल्मोत्सव के ट्रॉफी अनावरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने फ़िल्म निर्माण से जुड़ी तकनीक को उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल करने की आवश्यकता जताई।
कार्यक्रम को प्रसिद्ध फ़िल्म गीतकार मनोज मुंतशिर ने भी संबोधित किया। स्वामी विवेकानंद का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि स्वामी जी ने अमेरिका को विश्व बंधुत्व का पाठ पढ़ाया था। पूर्व आईएएस अधिकारी मनोज श्रीवास्तव ने ‘सिनेमा और संस्कृति’ विषय पर उद्बोधन दिया।
आयोजन समिति के उपाध्यक्ष श्री लाजपत आहूजा ने फिल्मोत्सव की संकल्पना प्रस्तुत की। आरजीपीवी के कुलपति डॉ. सुनील कुमार गुप्ता, संचालक संस्कृति आदित्य कुमार त्रिपाठी, मयंक विश्नोई, संजीव अग्रवाल, बी.एस. यादव, अनुपम चौकसे, जयंत भीसे उपस्थित थे।