खरगोन जिले के झिरन्या में राज्य स्तरीय कार्यक्रम
321 करोड़ 80 लाख रुपये लागत के 16 विद्युत उप-केन्द्रों का लोकार्पण और 13 उप केन्द्रों का भूमि-पूजन
14 हजार 475 श्रमिकों के खाते में 321 करोड़ 35 लाख की अनुग्रह सहायता राशि अंतरित
खरगोन जिले के लिये 173 करोड़ रूपये के 71 विकास कार्यो का लोकार्पण तथा शिलान्यास
गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल @खरगोन रविकांत उपाध्याय/
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि खरगोन जिले के झिरन्या क्षेत्र के गाँवों में उद्वहन सिंचाई योजना से पानी उपलब्ध कराया जाएगा। खंडवा और खरगोन को बिजली का हब बनाया जाएगा। झिरन्या को नगर पंचायत का दर्जा दिया जाएगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खरगोन ज़िले के झिरन्या में जनकल्याण और सुराज कार्यक्रम के तहत जनसभा में की।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ग़रीब के लिए पढ़ाई, रोज़ी-रोटी और मकान के लिए सरकार फ़िक्रमंद है। परिवार बड़े हो रहे हैं, ऐसे में हर ग़रीब और आवासहीनों को मकान के लिए ज़मीन मुहैया करायी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीबों के लिए सम्बल योजना फिर से प्रारंभ कर दी गई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार के खजाने में गरीब के लिए धन की कोई कमी नहीं है। सरकार माता-बेटी और बहनों को आगे बढ़ाना चाहती है। इसलिए हमने स्थानीय निकायों में महिलाओं का आरक्षण बढ़ा दिया था। उन्होंने कहा कि बहनों के बनाए उत्पाद को बढ़ावा दिया जाएगा। स्व-सहायता समूह की महिलाओं को रोज़गार के भरपूर अवसर मुहैया कराए जाएँगे। शालेय बच्चों के यूनीफार्म स्व-सहायता समूह की महिलाएँ ही बनायेंगी। इसमें कोई ठेकेदार नहीं होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अनुसूचित क्षेत्रों में जनजातीय कल्याण के लिए पेसा एक्ट लागू किया जाएगा। दूरदराज़ के गांवों में राशन के लिए भटकना नहीं पड़ेगा और घरों में जाकर गरीबों को राशन दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने झिरन्या क्षेत्र में जन-प्रतिनिधियों द्वारा रखी गई विभिन्न माँगो को पूरा करने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन-कल्याण और सुराज अभियान के तहत विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ एवं आपूर्ति को सुलभ बनाने के लिये 321 करोड़ 80 लाख रुपये लागत के 16 विद्युत उप-केन्द्रों का लोकार्पण और 13 उप-केन्द्रों का भूमि-पूजन किया। इसी प्रकार उन्होंने मुख्यमंत्री जन-कल्याण संबल योजना एवं निर्माण श्रमिकों के लिए सहायता योजना में 14 हजार 475 श्रमिकों के खाते में 321 करोड़ 35 लाख की अनुग्रह सहायता राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से अंतरित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खरगोन जिले के लिये 173 करोड़ रूपये लागत के 71 विकास कार्यों का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्याओं का पाद पूजन किया। कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को लाभान्वित किया। उन्होंने कोरोना महामारी के नियंत्रण के दौरान उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वाले सेवकों को सम्मानित भी किया।
कार्यक्रम में उर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर निवाड़ी विद्युत उप-केन्द्र से और श्रम मंत्री श्री ब्रजेंद्र प्रताप सिंह वर्चुअली शामिल हुए। इस अवसर पर झिरन्या में कृषि मंत्री कमल पटेल, सांसद गजेन्द्र पटेल, पूर्व विधायक श्री जीतू जिराती, बाबूलाल महाजन और धूलसिंह डाबर, राजेन्द्र राठौर, श्रीमती रुकमा बाई, प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे, प्रमुख सचिव श्रम सचिन सिन्हा, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा तथा आईजी हरिनारायणचारी मिश्र, मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर, खरगोन कलेक्टर श्रीमती पी अनुग्रह भी उपस्थित थे।
कृषि मंत्री और खरगोन जिले के प्रभारी मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा कि आज का दिन प्रदेश के साथ ही खरगोन जिले विशेष कर झिरन्या के लिये खुशी का बड़ा एवं ऐतिहासिक दिन है। आज खरगोन जिले को विकास की बड़ी सौगात मिली है। झिरन्या में 42 करोड़ रूपये लागत के विद्युत सब-स्टेशन का लोकार्पण हुआ है। इससे इस क्षेत्र में विकास की नयी रोशनी आयेगी। जरूरतमंदों की मदद के लिये सबंल योजना का पुन: क्रियान्वयन शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि खरगोन सहित पूरे प्रदेश का चहुँमुखी एवं सर्वांगीण विकास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान के कार्यों एवं व्यवहार से लोगों में उनके प्रति बेहद आत्मीयता है। श्री पटेल ने बताया कि खरगोन जिले में लोगों की समस्याओं को हल करने के लिये घर बैठे प्रमाण-पत्र वितरित करने और समस्याओं के निराकरण का नवाचार किया जा रहा है। यह सुशासन की दिशा में बड़ा कदम है। मंत्री श्री कमल पटेल ने गरीबों के लिए चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान की सरकार गाँवों और गरीबों की सरकार है।
सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल ने कहा कि प्रदेश में तेज गति से विकास हो रहा है। विकास की नयी गाथा लिखी जा रही है। झिरन्या में पेयजल समस्या शीघ्र दूर होगी। इसके लिये उदवहन सिंचाई परियोजना स्थापित करने के लिये तेजी से प्रयास हो रहे हैं। स्वागत भाषण देते हुए उन्होंने झिरन्या क्षेत्र की विभिन्न माँगो से मुख्यमंत्री श्री चौहान को अवगत कराया।