गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल @ विदिशा मध्यप्रदेश रमाकांत उपाध्याय/9893909059
अपर कलेक्टर वृदांवन सिंह ने गुरूवार को रबी फसल गिरदावरी के कार्यो की समीक्षा करते हुए ततसंबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए है। उन्होंने समस्त राजस्व अधिकारियों से कहा कि गिरदावरी कार्य विशुद्ध पारदर्शी हो। गिरदावरी में दर्ज फसलों की जानकारी संबंधित कृषकों को सुगमता से हो और वे सूची का अवलोकन कर सकें इसके लिए सारा एप का प्रिन्टआउट निकालकर पंचायतों के सूचना पटलों पर भी चस्पा कराया जाए ताकि स्थानीय कृषक अवलोकन कर अवगत हो सकें कि उनके द्वारा बोई गई फसल गिरदावरी में अंकित है। समर्थन मूल्य के विक्रय के दौरान पंजीयन उपरांत किसी भी प्रकार से दिक्कतो का सामना ना करना पडें।
अपर कलेक्टर वृदांवन सिंह ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से समस्त एसडीएम, तहसीलदार और पटवारियों को सम्बोधित किया। उन्होंने गिरदावरी के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु वाट्स-एप गु्रप का उपयोग करने के निर्देश दिए है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक तहसील स्तर पर गिरदावरी कार्य की समय सीमा में जांच हो और फसलों के संशोधन की जानकारी तय अवधि में दर्ज हो सकें। इसके लिए तहसील स्तर पर दल गठित किए गए है। प्रत्येक दल में स्थानीय अनुविभागीय अधिकारी के अलावा जिलाधिकारी व स्थानीय तहसीलदार को शामिल किया गया है। इस प्रकार के जिले में कुल सात दल गठित किए गए है। इसी प्रकार के दल संबंधित एसडीएम को पटवारी हल्कावार गठित करने हेतु अधिकृत किया गया है। अपर कलेक्टर श्री सिंह ने अधिकारियों को गिरदावरी कार्यो के निरीक्षण एवं संशोधन के संबंध्ां में जो दिशा निर्देश दिए है ततसंबंध में उन्होंंने बताया कि निरीक्षण संबंधी कार्य 11 से 14 फरवरी के मध्य पूर्ण कर लिया जाए। दलों द्वारा तहसील के समस्त ग्रामो की गिरदावरी की कम से कम पांच प्रतिशत अवश्यक रूप से जांच की जाए और त्रुटि पाए जाने पर संबंधित हलका पटवारी गिरदावरी कार्य का पुनः सत्यापन कर संशोधन कराएंगे।
समस्त संबंधित अधिकारी अपने अधीनस्थ अधिकारियों को भी इस कार्य में निरीक्षण हेतु नियुक्त करने हेतु अनुविभागीय अधिकारी आदेश जारी कर क्रियान्वित कराएंगे। एसडीएम द्वारा गठित होने वाले दलो में कृषि, राजस्व, पंचायत, सहकारिता, खाद्य विभाग के अधिकारियों को सम्मिलित किया जाएगा।
गिरदावरी कार्य में दावे आपत्तियां 15 फरवरी तक दर्ज की जानी है तथा प्राप्त दावे आपत्तियों का निराकरण 16 से 20 फरवरी तक किया जाएगा। जिसका प्रचार-प्रसार अधिक से अधिक करने पर उन्होंने बल दिया है। अपर कलेक्टर श्री सिंह ने संबंधितों को आधुनिक संसाधनो का प्रचार-प्रसार के कार्यो में सदुपयोग करने के निर्देश देते हुए कृषकों के विभिन्न वाट्सएप ग्रुप पटवारी हल्कावार तथा सोसायटी पंजीयन केन्द्रों आदि से समन्वय स्थापित किया जाए। निर्धारित तिथि के पश्चात् त्रुटि सुधार संभव नहीं हो सकेगा ओर कृषक पंजीयन से वंचित हो जाएंगे। यदि किसी तहसील में इस प्रकार की विसंगतियां निरीक्षण कार्य की कमियों के कारण रह जाती है तब संबंधित दल इसके लिए उत्तरदायी होगा।
अपर कलेक्टर श्री सिंह ने समस्त अनुविभागीय अधिकारी एवं तहसीलदारों को राजस्व कार्यो की गुणवत्ता को ध्यानगत रखते हुए ऐसे पटवारियों को अवश्य ही चिन्हित करने के निर्देश दिए है जिनका कार्य निम्न स्तर पर रहता है। इन पटवारियो के हल्कों की गिरदावरी की सघन जांच अवश्य रूप से कराई जाए। उपरोक्त उत्तरदायित्व संबंधित राजस्व निरीक्षक एवं नायब तहसीदार, तहसीलदार का होगा।
अपर कलेक्टर श्री सिंह ने फसल गिरदावरी में किन बिन्दुओं पर विशेष ध्यान दिया जाए से भी अवगत कराते हुए बताया कि भूमि में बोई गई फसल का रकबा अनुसार जानकारी दर्ज करें, भूमि के प्रयोजन की जानकारी दर्ज करें, भूमि के रिक्त अथवा पड़त होने की जानकारी दर्ज करें, वृक्ष, संरचनाओं आदि की जानकारियां दर्ज करें, इसके अलावा भूमि पर किए गए अवैध निर्माण की जानकारी दर्ज करें।
मौसम रबी गिरदावरी 2021-22 के लिए जो समय सीमाएं तय की गई है उसके अनुसार दस फरवरी तक जिले में गिरदावरी की जानकारी दर्ज की गई है इसके पश्चात् गिरदावरी के संबंध में दावे आपत्तियां 15 फरवरी तक प्राप्त की जाएगी प्राप्त हुई दावे आपत्तियों का निराकरण 20 फरवरी तक किया जाएगा।
अपर कलेक्टर श्री सिंह ने फसल गिरदावरी कार्यो में होने वाली कमियां, गिरदावरी से संबंधित अपेक्षाएं, फसल सुधार के आवेदनों पर कार्यवाही, फसल गिरदावरी में सिंचित, असिंचित रकबा, सिंचित, असिंचित रकबा में त्रुटि सुधार संबंधी कार्य, गिरदावरी जांच हेतु तहसीलवार चिन्हित ग्राम इत्यादि के संबंध में भी विस्तृत मार्गदर्शन दिया है।
नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई उपरोक्त वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान विदिशा एसडीएम गोपाल सिंह वर्मा, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती अमृता गर्ग के अलावा विदिशा शहरी व ग्रामीण तहसील के तहसीलदार सरोज अग्निवंशी, केबी ओझा , नायब तहसीलदार, पटवारी, एसएलआर व आरआई मौजूद रहें। वहीं वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से अन्य अनुविभागीय अधिकारी व उनके अधीनस्थ राजस्व अमला स्थानीय कार्यालय में मौजूद रहकर व्हीसी से जुडा था।