गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल @ विदिशा मध्यप्रदेश रमाकांत उपाध्याय/9893909059
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने आज महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने जिले में अधिकारियों के द्वारा आंगनबाडी केन्द्रो को गोद लेने के लिए अब तक क्रियान्वित व्यवस्थाओ का भी जायजा लिया है। गौरतलब हो कि प्रदेश सरकार द्वारा आंगनवाड़ियों को गोद लेने का प्रण लिया गया है। इसमें ऐसी कोई आंगनवाड़ी हो, जहां उसमें छोटी-मोटी आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सके, उन आंगनवाड़ियों को एडोप्ट के माध्यम से अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, पाषर्दों को गोद लेने की अपील जारी की गई है।
कलेक्टर श्री भार्गव ने गत टीएल बैठक में भी ततसंबंध में आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए थे। जिसमें जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि उनके द्वारा सातो विकासखण्ड की एक-एक आंगनबाडी केन्द्र गोद ली जाएगी। इसी प्रकार की अपेक्षा समस्त विभागो के जिला व खण्ड अधिकारियों से व्यक्त की गई है।
कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि कई आंगनवाड़ी भवन विहीन है और कोई आंगनवाड़ियों में पूर्ण सुविधायें नहीं है, उन सुविधाओं को उपलब्ध कराने के लिये सरकार द्वारा एडोप्ट कार्यक्रम चलाया है। इसमें जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी, व्यापारी एक-एक आंगनवाड़ी गोद लेकर उनमें आवश्यक सुविधायें उपलब्ध कराये। इसके लिये समस्त एसडीएम अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, व्यापारियों, अधिकारी, कर्मचारियों, एनजीओ आदि की बैठक कर उन्हें आंगनवाड़ी गोद लेने के लिये प्रेरित करें।
पुलिस अधीक्षक ने गोद लिए आंगनवाड़ी केंद्र पहुँचकर देखी व्यवस्थाएं, बच्चों से संवाद कर बाटें उपहार
विदिशा जिले की आंगनवाड़ी केंद्रों के उन्नयन हेतु कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव के द्वारा किए जा रहे नवाचार के तहत सभी अधिकारियों के द्वारा कम से कम एक एक आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेकर विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाओं की पूर्ति सुनिश्चित कराई जा रही है।
इसी कड़ी के तहत आज गुरुवार को पुलिस अधीक्षक डॉ मोनिका शुक्ला ने गोद ली गई ग्राम सांकलखेड़ा कला की आंगनवाड़ी केंद्र में पहुंचकर बच्चों से संवाद किया और उन्होंने स्नेही भाव से सभी को उपहार बांटे हैं। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता व सहायिका से संवाद कर उनकी समस्याओं को सुना है। इस अवसर पर सीएसपी विकास पांडे और करारिया थाना टीआई अरुणा शर्मा भी साथ मौजूद रही।