कलेक्टर ने किया स्वास्थ्य कार्यो का जायजा
गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल @विदिशा रमाकांत उपाध्याय/
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने शुक्रवार को जिले में क्रियान्वित स्वास्थ्य गतिविधियों का जायजा लिया। कलेक्टर श्री भार्गव ने जिले में स्वास्थ्य संबंधी क्रियान्वित कार्यो की मॉनिटरिंग के लिए जिला पंचायत सीईओ आईएएस डॉ योगेश भरसट को नोडल अधिकारी का दायित्व सौंपा है। उन्होंने सिरोंज में राजीव गांधी जन चिकित्सालय में डिलेवरी रूम प्रथम तल पर होने को गंभीरता से लेते हुए शीघ्रतिशीघ्र भू-तल पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि प्रथम तल पर गर्भवती माताओं को चढने उतरने में अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड सकता है अतः किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित ना हो इससे पहले भू-तल पर डिलेवरी पाइंट संचालन के लिए आवश्यक अधोसंचनाओं के कार्यो को पूर्ण कराया जाए। ततसंबंधी कार्यो पर रोगी कल्याण समिति से प्राप्त राशि का उपयोग करने के निर्देश उनके द्वारा दिए गए है।
कलेक्टर श्री भार्गव ने स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त बैठक में दोनो विभागो के अधिकारियों से कहा कि सैद्धांतिक रूप से जरूरतमंदो को स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर मिलें ऐसी कार्यप्रणाली का क्रियान्वयन जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रो पर किया जाए। उन्होंने चिकित्सकों से कहा कि टीमवर्क की भावना से बेहतर प्लानिंग कर अपने-अपने स्वास्थ्य केन्द्रो में स्वास्थ्य गतिविधियों के उन्नयन से चिकित्सकगण क्षेत्र में जाने जाएं। इसी प्रकार उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के अमले से भी अपेक्षा व्यक्त की है।
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने स्वास्थ्य लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए पूर्ण समर्पण भावना से कार्यो के सम्पादन पर बल देते हुए कहा कि यदि पूरा अमला अपने-अपने दायित्व का निर्वहन ईमानदारी से करेंगे तो जिले में स्वास्थ्य उपलब्धियां प्रदेश में शिखर स्तर पर परलिक्षित होगी।
कलेक्टर श्री भार्गव ने चिकित्सको सहित अन्य अधिकारियों से कहा कि ईगोहट को डस्टबिन में डाल दें। हम सब शासकीय अधिकारी, कर्मचारी है हमारा नैतिक दायित्व है कि पीडितो की त्वरित सेवाव कर उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ दिलाना है। इस कार्य में किसी भी प्रकार की त्रुटि क्षमा नही की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले के प्रत्येक डिलेवरी पाइंटो में संस्थागत प्रसव होना सुनिश्चित हो इस कार्य मेंं महिला एवं बाल विकास विभाग के अमले की भी महती भूमिका है। उन्होंने जिले में अभी भी सात डिलेवरी पाइंटो पर एक भी डिलेवरी ना होने पर असंतोष जाहिर करते हुए संबंधित चिकित्सों व संस्थानो का जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर श्री भार्गव ने जिले में परिवार नियोजन के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु अधिक से अधिक नसबंदी शिविर आयोजित किए जाएं। आयोजन पूर्व संबंधित क्षेत्रों में व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाना सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि लक्षित दम्पतियों का चिन्हांकन किया गया है। अतः ऐसे परिवार जिनके दो बच्चे है उनसे व्यक्तिगत सम्पर्क कर उन्हें नसबंदी शिविर में उपस्थित होने के लिए अभिप्रेरित किया जाए।
कलेक्टर श्री भार्गव ने विभिन्न कारणो से गर्भवती माताओं की मृत्यु होने के प्रकरणो को अतिगंभीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एपी सिंह को सख्त हिदायत देते हुए प्रत्येक प्रकरण का जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर श्री भार्गव ने स्वंय उल्लेखित प्रकरणों के संबंध में अविलम्ब कार्यवाही कर जिम्मेदारी तय करते हुए संबंधितो के खिलाफ दाण्डिक प्रक्रिया के प्रस्ताव प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए है। कलेक्टर श्री भार्गव ने जिले में 15 प्रितिशत डिलेवरी अन्य जिलो को रेफर किया जा रहा है। जिन संस्थानो के द्वारा उपरोक्त कार्य किए जा रहे है उन कारणो तथा जो डिलेवरी जिला अस्पताल में संभव थी फिर भी अन्य जिलो को रेफर की गई है उन चिकित्सकों से भी स्पष्टीकरण प्राप्त कर कारणो से अवगत कराया है।
जिला पंचायत सीईओ डॉ योगेश भरसट ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में समीक्षा बैठक से स्पष्ट रेखांकित हो रहा है कि वर्ककल्चर की कमी है चिकित्सकगण फायनेंस चैनल पर ज्यादा रूचि ले रहे है। जिपं सीईओ डॉ भरसट ने कहा कि वे स्वंय स्वास्थ्य गतिविधियों की समीक्षा खण्ड चिकित्सा स्तर पर करेंगे ताकि स्थानीय स्तर पर जो कमियां है उन्हें दूर किया जा सकें।
डॉ योगेश भरसट ने बताया कि नीति आयोग से प्राप्त राशि का उपयोग कलेक्टर सर के निर्देशानुसार स्वास्थ्य गतिविधियों की अधोसंरचनाओं संबंधी विकास कार्यो पर व्यय की जाएगी। उन्होंने बताया कि लटेरी, सिरोंज एवं कुरवाई विकासखण्ड में लेबर रूमो में आवश्यक अधोसंरचनाओं का निर्माण कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से कराया जाए। जिले में स्वास्थ्य उपलब्धियां सभी के सहयोग से संभव है। अतः मिलकर मेहनत करें जिस प्रकार कोविड टीकाकरण के कार्यो में जिला प्रदेश में अग्रणी जिलो की सूची में शामिल है ठीक वैसे ही अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों में भी ख्याति अर्जित करें। उपरोक्त समीक्षा बैठक में चिकित्सकों की कार्यालयीन एवं व्यक्तिगत समस्याओं से भी कलेक्टर श्री भार्गव अवगत हुए। उन्होंने समाधान हेतु आवश्यक दिशा निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए है।
नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एपी सिंह, सिविल सर्जन सह अधीक्षक डॉ संजय खरे के अलावा समस्त बीएमओ एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री बृजेश शिवहरे सहित समस्त परियोजना अधिकारी मौजूद रहें।