Ganjbasoda एक दिन पहले ही पूर्ण हुआ सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग का निर्माण, मानस भवन में भंडारा होगा आज

भक्तों की आस्था और श्रद्धा के सैलाब,

एक दिन पहले ही सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग का लक्ष्य हुआ पूरा
पंडाल पड़ा छोटा,

मानस भवन के अंदर और गैलरियों में बैठकर भक्तों ने किया रुद्रिओं का निर्माण, 25,000 से अधिक अभिमंत्रित रुद्राक्षों का हुआ वितरण
पूर्ण आहुति पर आज रविवार को मानस भवन में होगा विशाल भंडारा

मानस भवन में चल रहे सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग और 12 ज्योतिर्लिंग निर्माण का लक्ष्य शिव भक्तों की आस्था और विश्वास के चलते आयोजन के अंतिम दिवस के 1 दिन पूर्व ही पूर्ण हो गया। शनिवार को करीब 50 लाख से अधिक रूदियों का निर्माण शिव भक्तों ने किया। हालांकि 30 जुलाई रविवार को भी आयोजन के समापन पर श्रद्धालुओं द्वारा रुद्रियों और 12 ज्योतिर्लिंग का निर्माण किया जाएगा। ‌

शिव अभिषेक के पश्चात हवन के द्वारा कार्यक्रम की पूर्णाहुति होगी। 2 दिन पूर्व से बांटे जा रहे है अभिमंत्रित रुद्राओं का वितरण रविवार को भी किया जाएगा। अभी तक 25000 से अधिक रुद्राक्ष का वितरण किया जा चुका है।

आयोजन में चल रही राम कथा में शनिवार को कथा के विश्राम दिवस पर भगवान राम जी के राज्य अभिषेक सहित अन्य लीलाओं का वर्णन चित्रकूट धाम से आए कथा व्यास लोकेंद्रदास महाराज ने कहीं। विभिन्न तीर्थ क्षेत्रों से आए महामंडलेश्वरों, महंतों और संतों ने बासौदा को संतों की तपो पावन भूमि बताया। देश सेवा के लिए पूर्व सैनिकों का भी मंच से सम्मान किया गया।।


मालूम हो कि मूड़रीधाम के महंत 108 परशुरामदास महाराज द्वारा 2017 के बाद दूसरी बार सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग और 12 ज्योतिर्लिंग के निर्माण का आयोजन किया गया है। शनिवार को ग्यारस,अधिक मास और सावन का दुर्लभ संयोग बनने से रुद्रिओं के निर्माण के लिए सुबह 11 बजे तक 13000 स्क्वायर फीट में फैला वाटरप्रूफ डोम पंडाल शिव भक्तों की आस्था और श्रद्धा के सैलाब के आगे छोटा पड़ता हुआ नजर आया। पंडाल के अंदर शिव भक्तों को पूजन सामग्री देने में भी सेवादारों को भारी मशक्कत करना पड़ी।

 

हालत यह हो गई कि रविवार को पंडाल में रुद्री निर्माण के लिए रखी गईं 700 से अधिक पंरतें कम पड़ती हुई दिखाई दीं। शिव भक्तों की आस्था को देखते हुए बाद में अन्य स्थानों से परांतों की व्यवस्था कर मानस भवन के अंदर और गैलरीओं में रुद्री निर्माण के लिए शिव भक्तों को बैठाया गया।

रविवार को भी रुद्री निर्माण के साथ 12 ज्योतिर्लिंग का निर्माण होगा इसके पश्चात काशी से आए वेदपाठी ब्राह्मणों के द्वारा उनका अभिषेक कराया जाएगा। इसके पश्चात हवन के माध्यम से कार्यक्रम की पूर्णाहुति होगी। काशी से आए आचार्य ओमप्रकाश शर्मा के आचार्य तत्व में रुद्रीओं और 12 ज्योतिर्लिंगों का अभिषेक कराया जा रहा है।


12 ज्योतिर्लिंगों का दैनिक यजमानों ने किया अभिषेक पूजन
शनिवार को 12 ज्योतिर्लिंग के दैनिक यजमानों ने काशी बनारस से आए वेद पाठी ब्राह्मणों के सानिध्य में शिव अभिषेक पूजन किया। शनिवार को 12 ज्योतिर्लिंग के दैनिक मुख्य यजमान पार्षद रितुज एलिया एवं प्रधान यजमान जनपद सदस्य निर्वेश मीणा ने सह परिवार शिव अभिषेक पूजन किया। वहीं अन्य यजमानों में नपा अध्यक्ष श्रीमती शशि अनिल यादव, सांसद प्रतिनिधि देवेंद्र यादव पूर्व जनपद अध्यक्ष अंजलि मनोज यादव, मयंक तेंगुरिया, नीरज मिश्रा, मंडी व्यापारी रूपेश गुप्ता, सतीश अग्रवाल, ओमप्रकाश रघुवंशी, पर्वत सिंह मीणा, मलखान सिंह ठाकुर, पृथ्वी सिंह मीणा नरखेड़ा, विपिन जैन, सरपंच अशोक राय घटेरा, गिरिराज महिला मंडल, दामोदर पटेल हथवाह, शिवराज शर्मा भाटनी, राकेश चतुर्वेदी, अतुल शाह, महाराज सिंह मीणा मूड़री, जितेंद्र सिंह ठाकुर नाहें, मुकेश शर्मा सिरनोटा एवं‌ अरविंद दुबे ने अपने-अपने ज्योतिर्लिंगों का शिव अभिषेक पूजन किया।


बासौदा तपस्वियों की भूमि : महामंडलेश्वर रामनारायण दास त्यागी
बासौदा की भूमि कोई साधारण भूमि नहीं है, यह तपस्वियों,सिद्ध पुरुषों की तपोभूमि है जिनके तपोबल के प्रभाव से ही आप सवा करोड़ शिवलिंग निर्माण जैसे अन्य कई बड़े-बड़े धार्मिक आयोजन में सहभागिता कर उसे को देखकर पुण्य लाभ अर्जित कर पा रहे हैं। ऐसे दिव्य और भव्य आयोजन तपस्वी संतों के माध्यम से ही संभव हैं। यह बात चित्रकूट से पधारे वयोवृद्ध 1008 महामंडलेश्वर रामनारायण दास त्यागी जी महाराज ने अपने आशीष वचनों में कही। अहमदाबाद से आए 1008 पतितपावन दास महाराज, परमेश्वर दास महाराज बांदा, राघव दास महाराज, राममिलन दास महाराज ने भी अपने उद्बोधन में सवा करोड़ शिवलिंग निर्माण महायज्ञ के आयोजनकर्ता 108 परशुरामदास महाराज की भूरी भूरी प्रशंसा की जिनके तपोबल से नगर को यह सौभाग्य मिल सका।