गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने बुधवार को गोराघाट पहुँचकर ग्वालियर-झांसी नेशनल हाईवे पर सिंध नदी पर बने पुल पर आई दरार का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। डॉ. मिश्रा ने ग्राम गोराघाट में ग्राम कोटरा के बाढ़ पीड़ितों को रखे जाने हेतु बनाये गए राहत शिविर का अवलोकन कर अधिकारियों को समुचित मूलभूत व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बाढ पीड़ितों को ढांढ़स बंधाते हुए कहा कि उन्हें चिन्ता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जायेगी। शासन एवं प्रशासन आप लोगों के साथ है। हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। डॉ. मिश्रा ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को बचाव एवं राहत कार्यो में गति लाने के साथ बाढ़ से हुई क्षति के आंकलन के भी निर्देश दिए।
गृह मंत्री ने ग्राम कोटरा में नाव में बैठक बाढ़ प्रभावित परिवारों के साथ पहुँचकर उनका कुशल क्षेम पूंछा और उन्हें ढांढ़स बंधाया इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित ग्राम बड़ौनकलां, हिनौतिया में बाढ़ पीडितों एवं ग्रामीणों से चर्चा कर राहत शिविर का भी अवलोकन किया। इस दौरान पूर्व विधायक भाण्ड़ेर डॉ. आशाराम अहिरवार, पूर्व विधायक सेवढ़ा प्रदीप अग्रवाल सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
7 लोगों को एअरलिफ्ट करवा कर रेस्क्यू
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा बुधवार को दतिया जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए पहुंचे। सुबह साढ़े 10 बजे दतिया के कोटरा गाँव में एक मकान की छत पर लोगों के फंसे होने की जानकारी मिलने पर गृह मंत्री उनका रेस्क्यू कराने के लिए एनडीईआरएफ की टीम के साथ बोट से पहुँचे। रेस्क्यू के दौरान बोट फँस जाने से डॉ. मिश्रा ने बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए सेना के हेलीकॉप्टर की सेवा उपलब्ध करवाई।
डॉ. मिश्रा ने एयर फोर्स हेलीकॉप्टर के आने पर पहले 7 लोगों को एअरलिफ्ट करवा कर रेस्क्यू करवाया। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा लोगों का सफलतापूर्वक रेस्क्यू कराने के बाद स्वयं भी कोटरा में पानी से घिरे मकान की छत से एअरलिफ्ट होकर हेलीकॉप्टर में सुरक्षित सवार हुए।