राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ में वाद-विवाद प्रतियोगिता का किया शुभारंभ
हमारे देश का लोकतंत्र विश्व का सर्वश्रेष्ठ और सबसे अच्छा लोकतंत्र है। गृह एवं विधि-विधायी मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पं. कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ में आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रतियोगिता के लिये शुभकामनाएँ दी। कार्यक्रम में विधायक शैलेन्द्र जैन, प्रमुख सचिव मध्यप्रदेश विधानसभा ए.पी. सिंह भी मौजूद रहे।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि लोकतंत्र को और अधिक सशक्त बनाने के लिये विद्यार्थियों के मन को अभी से लोकतंत्र के सही रंगों से भरना जरूरी है। उन्होंने बताया कि लोकतंत्र की अलग-अलग परिवेश और परिस्थिति में अलग-अलग तरह से अनुभूति होती है। इसीलिये लोकतंत्र को अनुभव का हाथी कहा जाता है। उन्होंने लोकतंत्र के वास्तविक रूप को समझने और समझाने की आवश्यकता जताई है।
संचालक संसदीय विद्यापीठ डॉ. प्रतिमा यादव ने विद्यापीठ की गतिविधियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि कोरोना संकट काल के 2 साल बाद अब ऑफलाइन वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। “क्या उभर रहे जन-आंदोलनों से लोकतंत्र सशक्त होगा” विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता में अनेक प्रतिभागी शामिल हुए।
उप संचालक राजेश अग्रवाल ने बताया कि प्रतियोगिता में 19 विद्यालयों के 38 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। ग्यारहवीं कक्षा के श्री अनुज चिढ़ार ने प्रथम, नवीं कक्षा की कु. आरुषि विजयवर्गीय और कु. परिधि दांगी ने द्वितीय, नवीं कक्षा की ही कु. रिधि चंचलानी ने तृतीय और नवीं के श्री शौर्य झंवर और ग्यारहवीं की कु. शिखा कुशवाह ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया।