यात्रियों एवं पर्यटकों के लिए टूरिस्ट इन्फॉर्मेशन लाउंज भी होगा स्थापित
विश्व-स्तरीय हबीबगंज स्टेशन में प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति की झलक दिखेगी। यह बात प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति शिवशेखर शुक्ला ने विश्व-स्तरीय रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित हो रहे भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के दौरान कही। श्री शुक्ला ने डी.आर.एम. भोपाल सौरभ बंदोपाद्धय, आयुक्त जनसंपर्क डॉ. सुदाम खाड़े और संबंधित अन्य अधिकारियों के साथ स्टेशन के मुख्य द्वार, यात्री प्रतीक्षालय, वी.आई.पी. लॉउंज, पैसेंजर्स एग्रीकेशन सिस्टम और एयर कॉनकोर का भी अवलोकन किया।
श्री शुक्ला ने बताया कि स्टेशन के मुख्य द्वार एवं प्रतीक्षालय में मध्यप्रदेश के पर्यटन एवं दर्शनीय स्थलों, विशेषकर भोपाल शहर और भोपाल के आसपास जैसे भोजपुर मंदिर, साँची स्तूप, भीमबैठिका, बिड़ला मंदिर, सांकाश्यामजी, वी.आई.पी. रोड, तवा डेम, जनजातीय संग्रहालय आदि स्थलों के चित्र प्रदर्शित किए जाएंगे। साथ ही मुख्य द्वार के अंदर दोनों ओर की दीवाल पर भील, पिथोरा पेंटिंग्स एवं अन्य आर्ट इफेक्ट्स प्रदर्शित किए जायेंगे। जनजातीय शिल्प कला के रूप में पेपरमेशी से निर्मित जनजातीय मुखौटे को मुख्य द्वार के सामने की वॉल पर लगाया जाएगा।
श्री शुक्ला ने निरीक्षण के दौरान पर्यटन और पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारियों को फर्स्ट फ्लोर पर निर्मित यात्री प्रतीक्षालय में टूरिस्ट इंफॉर्मेशन लाउंज भी स्थापित करने और एक बड़ी एल.ई.डी स्क्रीन इंस्टाल करने के निर्देश दिये। इससे यात्रियों और पर्यटकों को प्रदेश के पर्यटन स्थलों की संपूर्ण जानकारी मिल सकेंगी।
इन्फॉर्मेशन लाउंज पर यात्रियों को पर्यटन और संस्कृति का लिटरेचर, लीफ़ लेट्स, ब्रॉशर, कॉफी टेबल बुक्स उपलब्ध होंगे। एलईडी स्क्रीन पर प्रदेश के पर्यटन स्थलों को डिस्प्ले किया जायेगा।
श्री शुक्ला ने कहा कि हबीबगंज रेल स्टेशन को विश्व-स्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके सौंदर्यीकरण में रेलवे के साथ पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की भी अहम भूमिका होगी। यह सर्व सुविधायुक्त वर्ल्ड क्लास स्टेशन यात्रियों के लिए एक नज़ीर होगा।
पश्चिम मध्य रेलवे के सीनियर डीसीएम विजय प्रकाश, मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के उप संचालक युवराज पडोले, सुश्री दीपिका राय चौधरी, हबीबगंज रेलवे स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक अनिल कुमार राय सहित मध्यप्रदेश पर्यटन एवं रेलवे के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।