Ganjbasoda राष्ट्रीय कवि संगम का पौधरोपण कार्यक्रम एवं काव्य गोष्ठी संपन्न

ज्ञानदीप विद्या मंदिर स्कूल मैं राष्ट्रीय कवि संगम गंजबासौदा द्वारा कवि गोष्ठी एवं पौधरोपण एवं मासिक बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय कवि संगम के प्रांत अध्यक्ष आशीष दुबे द्वारा की गई , मुख्य अतिथि के रूप में प्रांत उपाध्यक्ष नीलेश चतुर्वेदी तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में युवा गीतकार कमलेश बंसल उपस्थित रहे गोष्टी का आरंभ मां शारदा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर हुआ।

अतिथियों एवं सभी युवा कवि द्वारा विद्यालय में पौधरोपण कर इस वर्ष के पौधरोपण कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मध्य भारत प्रांत के अध्यक्ष आशीष दुबे ने बताया कि राष्ट्रीय कवि संगम साहित्य के अलावा प्रकृति के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध संस्था है और वह हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी प्रत्येक इकाई में यह पौधरोपण कार्यक्रम विधिवत रूप से प्रारंभ हो चुका है और हमारी मान्यता है कि मानव विकास क्रम में प्रकृति का ही अमूल्य योगदान है और जो यह विनाशकारी घटनाएं हमारे सामने घटित हो रही हैं उसका सीधा कारण प्रकृति का अत्याधिक दोहन है। हम जो प्रकृति से लेते हैं उसे हमें दुगना लौटने का जीवन पर्यंत प्रयास करते रहना चाहिए। और साहित्य संस्कार और प्रकृति के प्रति सकारात्मक भाव से आगे बढ़ते हुए ही भारत विश्व का नेतृत्व पहले करता आया है और आगे भी करता रहेगा। उपस्थित सभी लोगों ने अपने घर गांव मोहल्लों में पौधरोपण और पहले लगाए गए वृक्षों के संरक्षण का संकल्प लिया ।


मासिक बैठक मैं नगर इकाई प्रभारी युवा कवि शुभम रघुवंशी एवं नगर अध्यक्ष मोहित भार्गव द्वारा आगामी कार्यक्रमों की योजना पर विस्तार से चर्चा कर आगामी कई आयोजनों की रूपरेखा तय की गई ।


कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रांत उपाध्यक्ष नीलेश चतुर्वेदी द्वारा युवा कवियों को आगामी आयोजन से संबंधित काव्य पाठ के दौरान बरतने वाली सावधानियों से अवगत कराया गया एवं अपनी हास्य व्यंग की प्रसिद्ध रचनाओं से सभी को बहुत देर तक गुदगुदाया , युवा कवि एवं गीतकार कमलेश बंसल द्वारा प्रभु श्रीराम पर आधारित गीत घूमे जो राम वन में , भगवान बन गए ।गीत का वाचन किया गया।
युवा कवि काव्य गोष्ठी मेनगर के सभी नवोदित कवियों द्वारा अपनी अपनी विभिन्न रसों की कविताओं का पाठ किया गया प्रथम कवित्री के रूप में कुमारी अंशिका राज बुंदेला में अपने शेर इंतहा ने दरिया प्रस्तुत किए ,फिर वसंत चौधरी ने अपने हरियाणी शायरियां एवं बेटी पर आधारित कविता की प्रस्तुति दी इसके बाद सुश्री संगम रघुवंशी ने अपनी कविता, जिस स्त्री का तू अंश है, जिससे बढ़ता तेरा वंश है,,क्यूं उनका अपमान करके बनता रावण और कंश है ।का सुन्दर बाचन किया । इस के बाद धर्म सिंह बघेल ने श्रृंगार एवं समकालीन विषयों पर आधारित अपनी ग़ज़ल बचपन के दिन पेश की। कार्यक्रम का संचालन कर रहे युवा कवि एवं नगर प्रभारी शुभम रघुवंशी भोला द्वारा किसानों की समस्या एवं युवाओं के लिए सकारात्मक भाव लेकर आगे बढ़ने का संदेश देते हुए अपनी कविताओं का वाचन किया।

कार्यक्रम मैं युवा कवि मोहित भार्गव द्वारा देश प्रेम से ओतप्रोत रचनाएं प्रस्तुत की इसमें हम बासौदावासी हैं और मेरी पहचान हिंदुस्तान लिख देना प्रस्तुत की और अंत में उपस्थित सभी का आभार व्यक्त किया।