भाव के भूंखे हैं भगवान, गजेंद्र की करुण पुकार सुन दौड़े चले आए- प्रमेहानन्द जी महाराज

धर्मकांटा स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में हो रहा श्रीशिवमहापुराण कथा महोत्सव का आयोजन, धूमधाम से निकली भगवान भोले की बारात, माता पार्वती संग हुआ विवाह

गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल@गंजबासौदा रमाकांत उपाध्याय/

भगवान धन-दौलत के नहीं बल्कि भाव के भूंखे होते हैं। गजेंद्र की करुण पुकार सुनते ही भगवान तुरंत दौड़े चले आए और उसके प्राणों की रक्षा की। यह बात धर्मकांटा स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित श्री शिवमहापुराण कथा महोत्सव में पण्डित प्रमेहानन्द शास्त्री ने कहीं। उन्होंने कहा कि ईश्वर को ह्रदय से याद करना चाहिए।

उन्होंने बिभिन्न प्रसंग के माध्यम से समझाया कि प्राणियों में ही ईश्वर का वास है इसलिए सभी प्रकार से प्राणियों की सेवा करना चाहिए।

कथा सुनने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ पहुँच रही है। कथा 19 अगस्त तक प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से आयोजित हो रही है।

धूमधाम से निकली भोले की बारात,
आयोजन समिति के पण्डित ब्रजकिशोर पाठक ने बताया कि शुक्रवार को भगवान भोलेनाथ की बारात निकली। बारात में बड़ी संख्या भगवान के गण शामिल हुए।

कथा महोत्सव स्थल पर भगवान भोलेनाथ माता पार्वती जी का विवाह संपन्न हुआ।
इसके बाद मुख्य यजमान सुरेशचंद जोशी ने सपत्नीक व अन्य श्रद्धालुओं ने पैर पखारे और आशीर्वाद ग्रहण किया।

घनश्याम तिवारी, आशुतोष पाठक, गणेशराम रघुवंशी, रामकृष्ण दुबे, मनोज शर्मा, सुवह सिंह रघुवंशी ने महोत्सव में शामिल होकर धर्मलाभ लेने की अपील की है।