गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल@भोपाल रमाकांत उपाध्याय/
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के विचार सभी भारतीयों का डीएनए एक है को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच घर घर तक पहुंचाएगा। इसके लिए 15 अगस्त से एक वर्षीय अभियान शुरू किया जा रहा है। इसको अपनी जड़ों से जुड़ें, बुजुर्गों से जुड़ें और भारतीयता से जुड़ें नाम दिया गया है। यह बात मुस्लिम राष्ट्रीय मंच गौ रक्षा प्रकोष्ठ मध्यभारत प्रांत संयोजक सैयद शफाकत हुसैन कादरी ने भूतपूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डा ए पी जे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर गरीब बच्चो को निःशुल्क कापी,किताबे एवं शैक्षणिक सामग्री विवरण कार्यक्रम के दौरान कही।
श्री कादरी ने बताया इसके तहत गोष्ठी, सेमिनार, बैठकों और मेलमिलाप के कार्यक्रमों के जरिये एकता के सूत्र प्रगाढ़ किए जाएंगे। बता दें कि इस माह के आरंभ में गाजियाबाद में एक पुस्तक विमोचन के अवसर पर संघ प्रमुख ने कहा था कि हम लोग एक हैं और हमारी एकता का आधार मातृभूमि है। हम सब समान पूर्वज के वंशज हैं। इसके पूर्व मंच के प्रांतीय कार्यालय कादरी साहब वाली गली जवाहर रोड पर कलाम साहब की पुण्यतिथि पर खिराज ऐ अकीदत पेश की गयी ।
धार्मिक संगठन जोड़ेंगे, ग्राम स्तर चलाएंगे अभियान मंच के इकबाल अहमद, भैयन मंसूरी ने बताया कि इस अभियान में इतिहासकार, बुद्धिजीवी, सामाजिक और धार्मिक संगठनों को भी जोड़ा जाएगा। इंटरनेट मीडिया का सहारा लिया जाएगा। इसे ग्राम स्तर तक ले जाते हुए मुस्लिम समुदाय में हम अलग की भ्रम की स्थिति को दूर कर उनको वास्तविक पहचान से समाज और देश की मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिश होगी। इसमें राष्ट्रीयता की भावना का पुट है। इसके साथ-साथ पूरे देश में संगठन को मजबूत करने की दिशा में समानांतर प्रयास होंगे।
उमर खान निशाद, वशीर खान ,ने बताया हर जिले में कम से कम 100 ऐसे लोगों की सूची तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है जिनका समाज पर प्रभाव हो। उनसे सार्थक विचार-विमर्श कर इस परायेपन को अपनेपन में बदलने की कोशिश होगी।
देश की जमीन कब्जाने के खिलाफ जलाएंगे पुतला
फिरोज कुरैशी ,असलम खान , ने बताया बैठक मे नौ अगस्त से 24 अगस्त तक पाकिस्तान और चीन द्वारा देश के जमीन कब्जाने के खिलाफ अभियान चलाने का भी निर्णय हुआ है। इसके तहत पूरे पखवाड़े चीन और पाकिस्तान के पुतले जलाए जाएंगे। उत्तर प्रदेश व बिहार से गए डेढ़ करोड़ से अधिक मुस्लिम लोगों को पाकिस्तान द्वारा नागरिकता न देने और उन्हें मुहाजिर कहने, अल्पसंख्यकों की भयावह स्थिति तथा पख्तून व बलोच समुदाय के साथ नाइंसाफी के खिलाफ आक्रोश जताया जाएगा। 14 अगस्त को विरोध प्रदर्शन अधिक होगा। 15 अगस्त को ध्वजारोहण कार्यक्रम कर राष्ट्रीयता की भावना को मजबूत करने का काम होगा।