हजार झूँठ से बेहतर है एक सत्य बोल दिया जाए – पं. महेन्द्रकृष्ण शास्त्री

गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल @ नटेरन रमाकांत उपाध्याय/ 9893909059

नटेरन तहसील के ग्राम नागौर हनुमान मंदिर परिसर में 21 नवम्बर से श्रीमद्भागवत कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है । कथा का वाचन करते हुए वेद व्यास , राष्ट्रीय संत, सर्व दलीय गौरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक , कथा व्यास पंडित महेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि सत्य और धर्म एक ही स्वरूप है, विना सत्य पथ के धर्म ग्रहण नहीं कर सकता मनुष्य, एक सत्य को छुपाने के लिए हजारों झूठ का सहारा लेना पढता है। इसलिए हजार झूठ वोलने से वेहतर है कि आप एक वार सत्य वोल दीजिए।

उन्होंने कहा कि आज के समय श्रीमद्भागवत कथा को लोगों ने मनोरंजन का साधन वना लिया है। श्री मद्भागवत एक मानसरोवर है, और परम हंसो की संहिता है। भक्ति-ज्ञान- और वैराग्य का संगम है।
व्यास पीठ पर स्त्री जाति के लिए वैठने का कोई अधिकार नहीं है। स्त्री जाति से कथा श्रवण करने से व्यास पीठ की मर्यादा भंग होती है, और श्रोताओं को निश्चित फल प्राप्त नही होता। 
भारत के संतो को महंतो मण्डलेश्वर – महामण्डलेश्वर.. द्वाराचार्य.. जगद्गुरु एवं शंकराचार्यों को विचार करना चाहिए। व्यास पीठ का अधिकारी वैदिक- ब्राह्मण होना चाहिए या फिर ब्रम्हर्षि वैष्णव होना चाहिए।
व्यास पीठ की मर्यादा में हो भागवत कथा यह कथा कराने वाले यजमान को भी विचार करना चाहिए। कि एक वैदिक विद्वान ब्राह्मण पुरुष से ही कथा श्रवण करें।

कथा प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक हो रही है । 27 नवम्बर को कथा समापन पर हवन पूजन व विशाल भंडारा आयोजित होगा। कथा के मुख्य यजमान श्रीमति कांति बाई भीम सिंह रघुवंशी ने सभी धर्मप्रेमी बंधुओ से धार्मिक लाभ लेने की अपील की है।