राजभवन में दीपावली अभिनंदन समारोह संपन्न
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में त्योहारों का विशेष महत्व है। देश में मौसम के अनुसार उत्सवों और पर्वों का आयोजन किया जाता है। त्योहार आज की व्यस्त जिंदगी में परिजन के साथ मिलकर खुशियाँ मनाने का मौका देते हैं। यह हमारी परम्पराओं और सांस्कृतिक विरासत को भावी पीढ़ी में हस्तांतरित करने का भी अवसर है। उन्होंने कहा कि बच्चों में संस्कारों को रोपने का दायित्व माता-पिता का होता है। इसलिए यह जरूरी है कि उनकी वाणी और व्यवहार बच्चों को अच्छे संस्कार प्रदान करने वाले हो।
राज्यपाल श्री पटेल ने राजभवन के बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सराहना की। उन्होंने बच्चों द्वारा बनाई गई सुंदर रांगोलियों और उनके विषयों का उल्लेख करते हुए कहा कि रांगोली में स्वच्छता, जल, पर्यावरण-संरक्षण और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के संदेश बहुत गहरे और महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा भूमि में जल की मात्रा सीमित है यदि उसका संरक्षण नहीं किया जाएगा तो भावी पीढ़ी के सामने जीवन का संकट खड़ा हो जाएगा। इसलिए हमारे रोजाना के कामों में जल का दुरुपयोग नहीं हो, इसकी सावधानी बहुत जरूरी है।
राज्यपाल श्री पटेल ने दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। राज्यपाल के प्रमुख सचिव ने पुष्प-गुच्छ भेंट कर कर्मचारियों की ओर से उनका स्वागत किया। श्री पटेल ने राजभवन के कर्मचारियों को दीपावली की शुभकामनाएँ दी। बच्चों एवं सामाजिक न्याय और जेल विभाग के कलाकारों द्वारा कार्यक्रम में आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गई।