गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने होमगार्ड मुख्यालय के राज्य आपदा प्रबंधन कक्ष से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा प्रदेश के जिला सेनानी और डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेंट से संवाद किया। उन्होंने बेहतर आपदा प्रबंधन के लिये श्योपुर, ग्वालियर, रायसेन, अशोकनगर, इंदौर और उज्जैन के डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेंट से सुझाव प्राप्त किये। डॉ. मिश्रा ने होमगार्ड और स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पॉन्स फोर्स (एसडीईआरएफ) की बेहतरी के लिये रिव्यू कमेटी के गठन के निर्देश दिये। कमेटी में गृह मंत्री सहित अपर मुख्य सचिव गृह, महानिदेशक होमगार्ड और प्रमुख सचिव वित्त शामिल रहेंगे।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि वर्तमान में होमगार्ड के जवानों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है। इस स्थिति में होमगार्ड के कॉडर को डाइंग घोषित करने के निर्णय पर पुनर्विचार करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कमेटी द्वारा बेहतर आपदा प्रबंधन के लिये जरूरी अन्य विषयों पर भी निर्णय लिया जायेगा। निर्णयों से शासन को अवगत कराया जाकर उन्हें अमलीजामा पहनाया जायेगा।
बैठक के पूर्व होमगार्ड के नव-नियुक्त महानिदेशक पवन कुमार जैन ने आपदा प्रबंधन के लिये एसडीईआरएफ के जवानों के बेहतर प्रशिक्षण की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि जबलपुर के मुंगेली में विभाग के पास मौजूद 206 हेक्टेयर भूमि में प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया जा सकता है। श्री जैन ने कहा कि गृह मंत्री डॉ. मिश्रा के कार्यकाल में विभागीय संस्थानों के उन्नयन के लिये कई महती कार्य किये गये हैं, जिनके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। जबलपुर में प्रशिक्षण संस्थान के लिये पूर्व में 176 करोड़ रुपये का प्रस्ताव विभाग द्वारा प्रेषित किया गया था, जिस पर कार्यवाही अपेक्षित है। डॉ. मिश्रा ने आश्वस्त किया कि इस संबंध में वे स्वयं मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस से चर्चा करेंगे।
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा का स्वागत करते हुए महानिदेशक जैन ने उन्हें भारत-माता का सच्चा हिन्दी पुत्र बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के अवसर पर आयोजित प्रदेश स्तरीय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में डॉ. मिश्रा की मौजूदगी सभी के लिये उत्साहवर्धक और प्रेरणादायी है। जैन ने कहा कि दतिया के कोटरा में बाढ़ प्रभावितों का रेस्क्यू करते हुए डॉ. मिश्रा ने जो किया, वह हमारे जवानों के लिये प्रेरणादायी होकर हौसला बढ़ाने वाला है। एडीजी होमगार्ड डी.पी. गुप्ता, एडीजी अशोक अवस्थी, सचिव गृह रवीन्द्र सिंह और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।