राजस्थान सरकार के ऐसे कृत्य की अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने की घोर निंदा, पूरे देश के ब्राह्मण समाज से माफी मांगे राजस्थान सरकार
गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल @भोपाल रमाकांत उपाध्याय/
अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पंडित पुष्पेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में भोपाल बोर्ड ऑफिस चौराहे पर सोमवार शाम राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर सनातन संस्कृति व संस्कारों के अपमान का आरोप लगाकर सरकार का पुतला दहन किया गया।
अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पंडित पुष्पेंद्र मिश्रा ने पुतला दहन के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि राजस्थान में 26 सितंबर को आयोजित हुई राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा के दौरान एक अभ्यर्थी विकास मिश्र से उसके जनेऊ उतरवा लिया गया। जिससे पूरे देश के ब्राह्मण समाज में रोष उत्पन्न है। उन्होंने कहा कि पीड़ित युवक का वीडियो राजस्थान भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रह चुके लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया है।
वीडियो में विकास मिश्र कहते है कि वे एक दोस्त को दूसरे सेंटर पर छोड़ने गए थे जहां ट्रैफिक में फंस गए। जिस वजह से वो थोड़ा लेट हो गए थे। सेंटर पर पहुंचने पर 9:30 बज चुके थे। अंदर प्रवेश करते करते 9:38 हो गए थे। विकास आगे बताते हैं कि उनका सेंटर केसर इंटरनेशनल स्कूल केसर नगर मानसरोवर में गया था। विकास ने स्कूल प्रशासन पर अशोभनीय व्यवहार करने का आरोप लगाया है । उन्होंने उनके ब्राह्मणत्व के हनन करने का आरोप लगाया। विकास ने बताया कि जांच के दौरान जांच कर रहे अधिकारी की नजर उनके यज्ञोपवीत पर चली गई तो उन्होंने कहा कि आप इस धागे को उतारिए यज्ञोपवीत को धागा कहकर संबोधित किया। जिसपर विकास ने जवाब दिया कि ये कोई सामान्य धागा नहीं है यज्ञोपवीत है। उन्होंने कहा कि मृत्यु तक यज्ञोपवीत ब्राह्मण के शरीर पर ही रहता है यह तभी उतारा जाता है जब नया यज्ञोपवीत धारण कर लेते हैं यज्ञोपवीत हमारे 16 संस्कारों में से एक है। इसलिए मैं आपसे निवेदन करता हूं कि इसमें कोई प्रकार का धातु नहीं है आप इसकी जांच कर सकते हैं आप संतुष्ट हो जाइए उसके बाद में आप मुझे जाने की अनुमति दें । मैं इसको नहीं उतार पाऊंगा मैंने उनसे यह निवेदन किया। लेकिन वह नहीं माने उन्होंने कहा सरकार की तरफ से हमारे पास यही अधिकार है यही निर्देश हैं तो उन्होंने हाथ पर बंधे मौली के धागे समेत इन सभी को काट दिए।
अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज राजस्थान सरकार के एसे कृत्य की घोर निंदा करता है। उन्होंनो कहाँ कि एक ब्राह्मण के लिए यज्ञोपवितम् उसके जीवन का मूल्य होता है मरणोपरांत भी यज्ञोपवित उसके शरीर से अलग नहीं होती ऐसे में परीक्षा केंद्रों पर जनेऊ उतरवा लेना सामाजिक भावनाओ के साथ खिलवाड़ है जिसे ब्राह्मण समाज बर्दास्त नही करेगा। सरकार से अनुरोध है ब्राह्मण समाज की भावनाओ का सम्मान करे। ब्राह्मण समाज का प्रत्येक व्यक्ति प्रेम कल्याण में अपना जीवन समर्पित करता आया है। अगर बात समाज के स्वाभिमान पर आएगी तो समाज पीछे नहीं हटेगा। आशा है ये प्रथम और अंतिम घटना होगी। अगर अब किसी भी सरकार ने ऐसा गलत किया तो अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
पुतला दहन में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष पंडित पुष्पेंद्र मिश्र, महेंद्र मिश्र, आनंद पाठक, उमेश त्रिपाठी, विकास त्रिपाठी, आशीष तिवारी, चिंटू पाठक, अंकित मिश्रा, राजा मिश्रा, रमेश मिश्रा, राकेश पाठक, बिरेन त्रिपाठी, सावित्री तिवारी, शारदा शर्मा, हनी त्यागी, मिथलेश गौतम, डॉली शर्मा, संध्या पाठक, वीरेंद्र तिवारी, रमन त्रिपाठी, पुष्पेंद्र पाठक, विनोद पांडे एवं सैकड़ों संगठन के पदाधिकारी एवं ब्राह्मण बंधु उपस्थित रहे।