पश्चिम क्षेत्र पुलिस को-ऑर्डिनेशन समिति की बैठक का किया शुभारंभ
पुलिस के जवान दिन-रात सेना के जवानों की तरह ही देश की आंतरिक सुरक्षा में सतत् तन-मन समर्पण भाव से नि:स्वार्थ योगदान देते हुए सेवा करते हैं। ऐसे जवानों का नवीन पहल करते हुए यथोचित सम्मान किया जाना चाहिये। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पुलिस मुख्यालय भोपाल से ऑनलाइन पश्चिम क्षेत्र पुलिस को-ऑर्डिनेशन समिति की बैठक का शुभारंभ करते हुए यह बातें कही।
उन्होंने कहा कि महिला अपराध, संगठित अपराध, अवैध शराब परिवहन और साइबर क्राइम से निपटने के लिये की जा रही कार्यवाही को और अधिक सशक्त बनाना है। डॉ. मिश्रा ने कहा कि देश को तोड़ने वाली ताकतों से सख्ती से निपटने के लिये जरूरी है कि कुत्सित मानसिकता वाले लोगों द्वारा फैलाये जा रहे कुविचारों के तंत्र को ही समाप्त करने के लिये तत्परता से कार्य किया जाए।
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने कोरोना की विपत्ति के समय में भी अद्भुत कार्य कर समाज में व्याप्त पुलिस के प्रति धारणाओं को बदलने का कार्य किया है। पुलिस की छवि में सामाजिक तौर पर निखार आया है। वैसे भी जब आम व्यक्ति तमात सारे त्यौहार और जश्न मना रहा होता है, तब पुलिस का जवान सभी की सुरक्षा में तत्पर रहता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में पुलिस के उत्साहवर्धन के लिये उच्चतर पद पर कार्यभार पदेन शक्तियों सहित सौंपा गया। साथ ही वर्दी पर फित्ती और सितारे लगाने का अधिकार भी सौंपा गया। डॉ. मिश्रा ने बताया कि कोरोना काल में शहीद हुए कोरोना योद्धाओं के परिजनों को अनुकम्पा नियुक्ति के साथ 50 लाख रुपये की एकमुश्त राशि भी प्रदान की गई। प्रदेश में ई-एफआईआर और एफआईआर आपके द्वार जैसे नवाचारों के बारे में भी अन्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशकों को बताया।
बैठक में पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी के साथ गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और गोआ के पुलिस महानिदेशक और केन्द्र शासित प्रदेश दमन-दीव के पुलिस महानिरीक्षक भी ऑनलाइन जुड़े। पुलिस मुख्यालय भोपाल में अन्य राज्य स्तरीय आला अधिकारी उपस्थित रहे।