प्रदेश में कोरोना से बचाव के लिए सराहनीय कार्य हुए – राज्यपाल श्री पटेल
अधिकारी हर दिन अच्छा काम करें और इसके लिए प्रेरित भी करें
राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा है कि शासन द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सबसे पहले जो सबसे ज्यादा गरीब है, उन्हें मिलना चाहिए। समाज के ऐसे लोग जो निरक्षर व अनपढ़ हैं, योजनाओं की जानकारी भी नहीं है, उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाना सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझें। राज्यपाल श्री पटेल आज अमरकंटक में आयोजित बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि हर अधिकारी हर दिन अच्छा काम करें और अन्य लोगों को भी अच्छा काम करने के लिए प्रेरित करें। हर अधिकारी में गरीबों की मदद करने की संवेदना और सेवाभाव होना चाहिए। कोरोना काल में प्रदेश के चिकित्सकों और अन्य अधिकारियों ने सेवाभाव से समर्पित होकर कार्य किया। कई चिकित्सकों, अधिकारी एवं कर्मचारियों ने लोगों की सेवा करते हुए अपना जीवन बलिदान कर दिया। राज्यपाल श्री पटेल ने अनूपपुर जिले में कोरोना की स्थिति की जानकारी लेते हुए कहा कि जिन अधिकारियों-कर्मचारियों की मृत्यु कोरोना से हुई है, उनके परिजनों को कोरोना योद्धा कार्यक्रम एवं अनुकंपा नियुक्ति योजना का लाभ प्राथमिकता से दिलवाना सुनिश्चित करें।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस से बचाव के लिए बहुत अच्छा कार्य सब ने मिलकर किया है। इस बात का मुझे गर्व है। उन्होंने कहा कि सिकलसेल जैसी भयावह बीमारी के बचाव के लिए भी जनजातीय क्षेत्रों में प्रयास होने चाहिए। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सिकलसेल की बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में निरंतर प्रयास होना चाहिए।
राज्यपाल श्री पटेल ने अनूपपुर जिले में सिकलसेल से बचाव के लिए किए जा रहे प्रयासों के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनूपपुर ने बताया कि जिले में लगभग 77 हजार लोगों का सिकलसेल की बीमारी का सर्वे हुआ है, जिसमें लगभग 13 हजार लोग सिकलसेल पॉजिटिव पाए गए हैं और 1200 मरीज हैं। मरीजों का निरंतर उपचार किया जा रहा है और सिकलसेल बीमारी का सर्वेक्षण भी निरंतर चल रहा है। सिकलसेल से पीड़ित लोगों को नि:शुल्क दवाइयाँ मुहैया कराई जा रही है और उन्हें खून बदलने की भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
राज्यपाल श्री पटेल द्वारा सिकलसेल की बीमारी से बचाव के लिए देश के विशेषज्ञ चिकित्सकों से मार्गदर्शन लेने एवं उनकी सेवाएँ लेने के भी निर्देश दिए, वहीं सिकलसेल बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए कॉन्फ्रेंस एवं कार्यशाला भी आयोजित करने की बात कही। कलेक्टर अनूपपुर सुश्री सोनिया मीणा ने बताया कि अनूपपुर जिले में कोरोना से बचाव के लिए 4 लाख 90 हजार से अधिक व्यक्तियों को प्रथम चरण का टीका लगाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जिले में तेजी से टीकाकरण किया जा रहा है। द्वितीय चरण के टीकाकरण का कार्य भी प्रगति पर है। कलेक्टर ने अनूपपुर जिले में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की प्रगति की जानकारी से भी राज्यपाल श्री पटेल को अवगत कराया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि शहडोल संभाग में कमिश्नर शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा की पहल पर संवेदना अभियान चलाया जा रहा है। कुपोषण की स्थिति से निपटने के लिए चलाए जा रहे इस अभियान के तहत स्वास्थ्य सेवाओं और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित सेवाओं को बेहतर से बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। बैठक में कमिश्नर शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन दिनेश चंद्र सागर, कलेक्टर अनूपपुर सुश्री सोनिया मीना, पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल, अपर कलेक्टर सरोधन सिंह आदि अधिकारी उपस्थित थे।