खाद की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है। जरूरत इस बात की है कि किसानों को खाद का वितरण व्यवस्थित तरीके से हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज निवास पर कृषि, सहकारिता, मार्कफेड और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ खाद की समीक्षा की।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खाद वितरण की व्यवस्था में किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं आये। लापरवाही और शिकायत सामने आने पर संबंधितों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। किसी भी स्थिति में उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। गड़बड़ी पाये जाने पर जेल की सजा भी हो सकती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खाद की ऑफलाइन बिक्री के दौरान खाद की ब्लैक मार्केटिंग हरगिज न होने पाये। किसानों को बिना किसी परेशानी के खाद उपलब्ध हो। जिलों के कलेक्टर्स से समन्वय कर खाद का वितरण ठीक ढंग से कराना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर्स खाद की उपलब्धता का प्रचार- प्रसार कराएँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुरैना एवं भिण्ड जिले के कलेक्टर को खाद वितरण व्यवस्था को बनाये रखने और समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के लिए अक्टूबर माह में 2 लाख 12 हजार मीट्रिक टन खाद का आवंटन मंजूर हुआ है। पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है, जिसके वितरण में गड़बड़ी की शिकायतें सामने नहीं आयें। उन्होंने कहा कि खाद की उपलब्धता का प्रचार-प्रसार अच्छे ढंग से करायें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एनपीके खाद भी डीएपी खाद की तरह ही प्रभावी है। किसानों को इसका वितरण भी ठीक ढंग से सुनिश्चित करायें।
बैठक में अपर मुख्य सचिव कृषि एवं सहकारिता अजीत केसरी, कृषि उत्पादन आयुक्त शैलेंद्र सिंह, एमडी मार्कफेड पी. नरहरि, संचालक कृषि श्रीमती प्रीति मैथिल नायक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।