संस्कृति की रक्षा हमारी मातृ-शक्ति द्वारा ही होती है – उच्च शिक्षामंत्री

गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल @भोपाल रमाकांत उपाध्याय/ 

 

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बेटियाँ हमारी ऊर्जा हैं। भारतीय संस्कृति और परम्पराओं को पूरी दुनिया में जाना जाता है। संस्कृति की रक्षा हमारी मातृ-शक्ति के द्वारा ही होती है। डॉ. यादव मंगलवार को सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में ऑडिटोरियम, पुस्तकालय ब्लॉक, अतिरिक्त कक्ष तथा वर्चुअल कक्ष के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सासंद सुश्री प्रज्ञा ठाकुर उपस्थित थीं।

मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वर्तमान में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जहाँ पर बेटियाँ अपना नाम रोशन नहीं कर रही हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के महिला हॉकी खिलाड़ियों का ओलम्पिक में मैडल न जीतने पर फोन पर प्रोत्साहित करने वाली बात की मिसाल देते हुए कहा कि बेटियाँ अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिये खून-पसीना तक एक कर देती हैं। उन्हें हौसला देने और प्रोत्साहित करने की जरूरत है। मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में 7.82 करोड़ की लागत से बने ऑडिटोरियम, पुस्तकालय ब्लॉक एवं अतिरिक्त कक्षाओं के निर्माण से छात्राओं को पर्याप्त स्थान एवं आधुनिक सुविधाएँ मिलेंगी। वर्चुअल क्लॉस के माध्यम से पूरे प्रदेश के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे।

इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने महाविद्यालय के प्राध्यापकों डॉ. कीर्ति शर्मा की ‘हिन्दी की साहित्यिक पत्रकारिता एवं विचार-धाराएँ’, डॉ. प्रीति पचौरी की ‘एडवांस एग्रीकल्चरल इकोनॉमी तथा डॉ. संतोष यादव द्वारा रचित ‘वर्ल्ड ट्रेड ऑफ्टर कोविड-19 चैलेंजेस एण्ड ऑपरच्युनिटी’ पुस्तकों का विमोचन किया।