स्टार्टअप पालिसी की लांचिंग में प्रधानमंत्री करेंगे प्रदेश के चयनित उद्यमियों से संवाद

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी रहेंगे मौजूद

गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल @ भोपाल मध्यप्रदेश रविकांत उपाध्याय /  8085883358

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में 13 मई को मध्यप्रदेश स्टार्टअप पालिसी वर्चुअली लांच करेंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान विशेष तौर पर मौजूद होंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी स्टार्टअप कॉन्क्लेव में मध्यप्रदेश के चयनित स्टार्टअप उद्यमियों से संवाद करेंगे।

अब तक की जानकारी अनुसार प्रधानमंत्री प्रदेश के जिन चयनित स्टार्टअप उद्यमियों से संवाद करेंगे वे हैं- ग्रामोफोन, इंदौर- तौसीफ खान और निशांत वत्स महात्रे, उमंग श्रीधर डिज़ाइन प्रा.लि. भोपाल, मे.शॉप किराना ई-ट्रेडिंग प्रा.लि. इन्दौर- तनुतेजस सारस्वत, संस्थापक।

प्रमुख स्टार्टअप कारोबारी

मे. शॉप किराना ई-ट्रेडिंग प्रा.लि. इन्दौर- तनुतेजस सारस्वत, संस्थापक: असंगठित खुदरा क्षेत्र हेतु उच्च तकनीक एवं आपूर्ति श्रृंखला नवाचार युक्त बी-2-बी ई-कॉमर्स प्लेटफार्म। देश के 06 राज्यों के 30 शहरों, 1 लाख खुदरा दुकानों एवं 5 करोड़ उपभोक्ताओं तक पहुंच। 1000 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रोजगार तथा रूपए 800 करोड़ प्रतिवर्ष का कारोबार। जापान तथा भारत के प्रमुख स्टार्टअप निवेशकों से लगभग रूपए 400 करोड़ की फंडिंग।

 उमंग श्रीधर डिज़ाइन प्रा.लि. , भोपाल उमंग श्रीधर: एक बिजनेस-टू-बिजनेस फैब्रिक सप्लायर प्लेटफॉर्म  की संस्थापक हैं, जिसका उद्देश्य ग्रामीण भारत में उन महिलाओं/कारीगरों को सशक्त बनाना है, जो पारंपरिक/अंबर चरखा बनाना और हथकरघा पर बुनाई करना जानती हैं। इनका सशक्त मॉडल रिलायंस सहित बड़े-बड़े भारतीय स्टोरों को आपूर्ति करता है। उमंग श्रीधर डिज़ाइन प्रा.लि.  ने करीब 1.5 करोड़ रुपये फंडिंग प्राप्त की है।

 ग्रामोफोन, इंदौर- तौसीफ खान और निशांत वत्स महात्रे: जब IIT-खड़गपुर के पूर्व छात्र श्री तौसीफ खान और श्री निशांत वत्स महात्रे ने 2016 में ग्रामोफोन की शुरुआत की, तब भारत में एग्रीटेक एक नवजात क्षेत्र था। श्री तौसीफ, जो ओमनिवोर पार्टनर्स और असपाडा इन्वेस्टमेंट्स जैसे कृषि-केंद्रित वीसी फंडों में काम करते थे, कृषि क्षेत्र के ज्वलंत मुद्दों से अच्छी तरह वाकिफ थे, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 17-18 प्रतिशत का योगदान देता है। उनके सह-संस्थापक निशांत को भी कृषि परामर्श और निवेश का अनुभव था। आज ग्रामोफोन लगभग रु. 137 करोड़ वैल्यूऐशन तक का स्टार्टअप है।

 स्वायत रोबोट्स प्रा. लि. भोपाल – संजीव शर्मा :  सीईओ संजीव शर्मा ने भारत में स्वायत्त ड्राइविंग को सक्षम करने के लिए  स्वायत रोबोट्स की शुरुआत की है, जो हाल ही में, लेवल 5 स्वायत्त ड्राइविंग तकनीक का विकास कर रही हैं जिसकी मदद से सबसे एडवांस सेल्फ ड्राइविंग कार का विकास किया जा सकता है। वैश्विक तौर पर स्वायत्त ड्राइविंग वाहनों का बाजार वर्ष 2030 तक 8 ट्रिलियन डॉलर एवं भारत के दृष्टिकोण से वर्ष 2040 तक 600 बिलीयन डॉलर के होने का अनुमान है। स्वायत रोबोट्स को जुलाई 2021 में 3 मिलियन डॉलर का निवेश एक अमेरिकी निवेशक से प्राप्त हुआ है। सीईओ श्री संजीव को प्रतिष्ठित 40 ‘अंडर 40’ डाटा साइंटिस्ट इन इंडिया अवार्ड एवं  51 मोस्ट इंपेक्ट स्मार्ट सिटीज लीडर्स अवार्ड से वर्ष 2019 में सम्मानित किया गया है।

 एनविराज कंसल्टिंग प्रा. लि. ग्वालियर – राजदीप पांडे : वर्ष 2019  में  संस्थापित यह स्टार्टअप नवीन प्रौद्योगिकी का उपयोग कर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्यरत  एक कंपनी है। मुख्य उद्देश्य पानी की गुणवत्ता बरकरार रखते हुए विविध क्षेत्रों में पानी का कुशल उपयोग है। कंपनी के पास मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र में 100 से अधिक परियोजना में कार्य का अनुभव है, जिसमें उनके द्वारा 2 करोड़+ लीटर पानी का संरक्षण एवं 4.5 टन से अधिक CO2 का उत्सर्जन कम किया है। एनविराज कंसल्टिंग को विगत कुछ वर्षों में विभिन्न मान्यताएँ मिली हैं एवं IIM काशीपुर और IIT रुड़की से इन्क्यूबेशन हेतु समर्थन प्राप्त हुआ है।

वी360.एआई, भोपाल – अर्णव गुप्ता:  यह कर्मचारी उत्पादकता निगरानी हेतु विकसित B2B SAAS सॉफ्टवेयर बेस्ड स्टार्टअप है। इसकी मदद से बेहतर निर्णय लेने के लिए व्यवसाय 200 से ज़्यादा रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं। वर्तमान में वी360.एआई  के पूरे भारत में 20,000 से अधिक उपयोगकर्ता एवं 1500 से अधिक कंपनियाँ पंजीकृत हैं, जिनमें मुख्यत: पतंजलि, आईआरसीटीसी, हिंदुजा ग्लोबल सॉल्यूशंस, टाटा एआईए इत्यादि शामिल हैं। वी360 एआई द्वारा 50 से अधिक वैश्विक पुरस्कार प्राप्त किये गए हैं और वर्तमान में G2, capterra और अन्य वैश्विक सॉफ्टवेयर लिस्टिंग प्लेटफार्म पर विव रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज हैं। हाल ही में वैश्विक उद्यम पूंजी और फार्मों से सीड फंडिंग के रूप में 3.8 करोड़ रूपये जुटाने वाला यह स्टार्टअप मध्यप्रदेश का सबसे तेजी से बढ़ने वाला स्टार्टअप है।