दीक्षांत परेड देख मन पुलकित और आत्मा आनंद-विभोर हुई – गृह मंत्री डॉ. मिश्रा
प्रशिक्षु डीएसपी और सब इंस्पेक्टर्स की हुई पासिंग आउट परेड
गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल @ भोपाल मध्यप्रदेश रविकांत उपाध्याय/ 8085883358
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार से पुलिस सेवा में सम्मिलित हो रहे 25 डीएसपी और 21 सब इंस्पेक्टर्स से स्वस्थ समाज के निर्माण में अपनी महती भूमिका का निर्वहन करने का आव्हान किया। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने 42वें बैच के प्रशिक्षु डीएसपी और 91 ए बैच की पासिंग आउट परेड के अवसर पर सब इंस्पेक्टर्स को बधाई और शुभकामनाएँ दी। उन्होंने प्रशिक्षु युवा पुलिस अधिकारियों की जोशीली परेड का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि परेड देखकर मन पुलकित और आत्मा आनंद विभोर हो गई। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने युवा, होनहार और उत्कृष्ट अधिकारियों को तैयार करने में अहम भूमिका निभाने वाली पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण श्रीमती अनुराधा शंकर की सराहना की। अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, एडीजी एवं ओएसडी डॉ. अशोक अवस्थी, एडीजी विजय कटारिया सहित पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि युवा अधिकारियों के कार्य क्षेत्र में आने से कार्य-क्षमताओं में वृद्धि के साथ कार्यों में उत्तरोत्तर बेहतरी आती है। डॉ. मिश्रा ने कहा कि वर्ष 2003 में हमारी सरकार आने के बाद से प्रदेश की कानून-व्यवस्था में निरंतर सुधार आया है। होनहार और नौजवान पुलिस अधिकारियों के जोश और जज्बे के साथ सक्षम नेतृत्व ने प्रदेश को डकैत समस्या, नक्सलवाद और सिमी जैसे आतंकवादी खतरों से निजात दिलाई। आज मध्यप्रदेश शांति के टापू के रूप में देश में जाना जाता है। जब भी नई चुनौतियाँ आती हैं, तब प्रदेश उनसे निपटने के लिये धर्म स्वातंत्र्य विधेयक जैसे कानून बनाकर सख्त कदम उठाता है। ऑपरेशन मुस्कान जैसे बेहतर अभियान चलाकर सामाजिक समस्याओं के उन्मूलन में प्रदेश पुलिस द्वारा महती भूमिका निभाई जाती है।
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि सरकार, पुलिस के साथ हर कदम खड़ी है। जवानों की क्षमता संवर्धन के कदम उठाये जा रहे हैं। कोरोना काल में पुलिस द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों के लिये 39 हजार 185 जवानों को कोरोना योद्धा पदक से सम्मानित किया गया। सरकार ने जवानों की आवास समस्या के निराकरण के लिये 2756 आवास निर्मित किये हैं। शीघ्र ही 1200 आवास और निर्मित होंगे।
गृह मंत्री ने कहा कि प्रदेश में सबसे पहले अधिकारी-कर्मचारियों की हौंसला अफजाई के लिये उच्चतम पद पर पुलिस बल में ही उच्च पदों के पदभार सौंपे जाने की कार्यवाही की गई, जिससे विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उच्च मनोबल से कर्त्तव्य निर्वहन करें। सरकार ने नक्सलियों की धर-पकड़ करने वाले 84 पुलिसकर्मियों को भी क्रम पूर्व पदोन्नत किया है।
मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी के उप निदेशक मलय जैन ने प्रशिक्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और प्रशिक्षुओं को शपथ दिलाई। दीक्षांत परेड का नेतृत्व उप पुलिस अधीक्षक राहुल सैयाम ने किया। परेड टूआईसी की भूमिका हर्ष नागले ने निभाई।
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने दीक्षांत समारोह में सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षु अधिकारी का पुरस्कार संयुक्त रूप से उप पुलिस अधीक्षक सुश्री आरती शाक्य एवं उप निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह को प्रदान किया। परेड कमांडर राहुल सैयाम, परेड टूआईसी हर्ष नागले और प्रशिक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षु पुलिस अधिकारियों को शील्ड एवं प्रशस्ति-पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। डॉ. मिश्रा ने केन्द्रीय गृह मंत्री के पदक से सम्मानित पुलिस अधिकारियों को भी सम्मान पदक सौंपे। समारोह में 11 प्रशिक्षण संस्थाओं की वेबसाइट्स एवं ऑनलाइन लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम का लोकार्पण और सागर पुलिस अकादमी में पदस्थ प्रोफेसर चंद्रप्रभा जैन की पुस्तक “योग से निरोग” का विमोचन भी हुआ।