गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल @काबुल अफगानिस्तान रमाकांत उपाध्याय/
अफगानिस्तान कुंदुज प्रान्त की एक मस्जिद में शिया मुस्लिमों को निशाना बनाकर किए गए विस्फोट में 100 लोग मारे गए, जबकि कई लोग घायल हो गए। तालिबान के पुलिस अधिकारी द्वारा दी जानकारी के अनुसार मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
कुंदुज प्रांत के उप पुलिस प्रमुख मोहम्मद ओबैदा ने कहा कि मस्जिद में मौजूद अधिकांश लोग मारे गए हैं। कुंदुज प्रांत के शहर में हुए विस्फोट की जिम्मेदारी तत्काल किसी ने भी नहीं ली है, लेकिन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकियों का अफगानिस्तान के शिया मुस्लिम अल्पसंख्यक पर हमला करने का लंबा इतिहास रहा है। अगर इतने लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो जाती है तो यह देश से नाटो और अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद सबसे बड़ा हमला है। इस तरह तालिबान द्वारा देश पर कब्जा करने के बाद पहली बार इतनी संख्या में लोगों की मौत होगी।
#Afganistanblast
More than 100 people killed or wounded in mosque blast in Kunduz area of Afghanistan : U.N report pic.twitter.com/G0ghJBsl9v— DD India (@DDIndialive) October 8, 2021
तालिबान के प्रमुख प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि शिया मस्जिद को निशाना बनाया गया है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में नमाजी मारे गए हैं। तालिबान के विशेष बल घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और घटना की जांच कर रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शी अली रजा ने बताया कि गूजर-ए-सैयद अबाद मस्जिद में शुक्रवार को साप्ताहिक नमाज के दौरान यह धमाका हुआ। धमाके बाद मस्जिद के प्रवेश द्वार पर खून फैला हुआ था। शुक्रवार को नमाज के दौरान मस्जिदों में आमतौर पर भीड़ होती है। उन्होंने बताया कि विस्फोट के वक्त वह खुद मस्जिद में था। घटनास्थल से आने वाली तस्वीरें और वीडियो में बचाव दल को कंबल में लिपटे एक घायल व्यक्ति को मस्जिद से एम्बुलेंस की ओर ले जाते हुए दिखाया गया है।
आईएस ने हाल के दिनों में अफगानिस्तान के धार्मिक अल्पसंख्यकों को भी निशाना बनाया है। स्थानीय इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने 26 अगस्त को हुए भीषण बम विस्फोट की जिम्मेदारी भी ली थी। काबुल हवाई अड्डे के बाहर हुए बम धमाके में कम से कम 169 अफगान और 13 अमेरिकी सैन्यकर्मी मारे गए थे।