गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल@विदिशा रविकांत उपाध्याय/
सरकार भले ही प्रदेश से माफियाओं पर कड़ी कार्यवाही करने के दावे कर रही हैं, लेकिन विदिशा जिले इसके विपरीत माफियाओं का अड्डा बनता जा रहा है। वनविभाग पर अधिकारियों का नहीं बल्कि माफियाराज चल रहा है। हालात इतने बिगड़ गए हैं कि वनविभाग की बेशकीमती हजारों बीघा जमीन पर जंगल काटकर माफिया कब्जा करने के साथ ही वनविभाग के कमर्चारियों पर हमला करने से तक बाज नही आ रहा है। और जिले के आलाधिकारी कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति करने में लगे हुए हैं।
माफिया के लोग वनविभाग द्वारा वनों की सुरक्षा व कार्यवाही के दौरान हमला करने से तक नहीं चूक रहे हैं। जिले में हाल ही में दो मामले प्रकाश में आये हैं जहां कार्यवाही के दौरान वन अमला माफिया के सामने वेवश नजर आया और हवाई फायर कर खुदकी जान बचाते नजर आए।
मामला 1
लटेरी दक्षिण वन परिक्षेत्र अंतर्गत मुडेला बीट पर वन की अवैध कटाई रोकने गई टीम पर 60-70 लोगों माफिया के लोगों ने हमला कर दिया। हालात इतने बिगड़ गए कि वन विभाग की टीम को हवाई फायर कर अपनी जान बचाना पड़ी। हालांकि वन विभाग की कार्यवाही के बाद माफिया के लोग भाग गए और विभाग ने एक मोटरसाइकिल व अवैध लकड़ी जब्त कर माफिया के लोगों की तलाश शुरू के दी है। जिले के अधिकारी बाहर से आये लोगों का काम बता रहे हैं।
मामला 2
गंजबासौदा के उदयपुर घटेरा क्षेत्र में जमकर पत्थर का अवैध उत्खनन व परिवहन होता है जिसे रोकने में सरकार व प्रसासन नाकाम सावित हो रहा है। दो दिन पहले अवैध परिवहन के दौरान वन विभाग की टीम एक ट्रैक्टर को जब्त कर लेती है लेकिन तभी माफिया के लोग हथियार सहित आ जाते हैं और उनपर दवाब बनाकर ट्रेक्टर छुड़ा ले जाते हैं। वरिष्ठ अधिकारी इसकी शिकायत देहात थाना बासौदा में कर पल्ला झाड़ते नजर आते हैं। अब ऐसे हालात में कैसे वनविभाग वनों व खनिज संपदा की रक्षा कर पायेगा।