स्वंतत्रता दिवस पर भारतीय तीरंदाजी टीम की जीत से मिली दोहरी खुशी-खेल मंत्री
स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को पोलैंड में भारतीय तिरंगा फहराया गया। यह मौका था जब भारतीय तीरंदाजी टीम ने कैडेट यूथ वर्ल्ड आर्चरी चैंपियनशिप मे स्वर्ण पदक जीतकर देश का परचम फहराया। पोलैंड के रॉकला सिटी में खेली गई कैडेट/यूथ विश्व तीरंदाजी प्रतियोगिता के अन्तिम दिन 15 अगस्त को फाइनल के रिकर्व टीम इवेंट में भारत ने फ्रांस को 5-1 से परास्त किया और विजेता का गौरव हासिल किया।
खेल और युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कैडेट यूथ वर्ल्ड आर्चरी चैंपियनशिप में भारत और फ्रांस के बीच खेले गए फाइनल मैच का लाइव प्रसारण देखा। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए स्वर्ण पदक विजेता भारतीय तीरंदाजी टीम के खिलाडियों के शानदार प्रदर्शन की सराहना की। खेल मंत्री ने भारतीय तीरंदाजी टीम के कोच तथा मध्य प्रदेश तीरंदाजी अकादमी के मुख्य प्रशिक्षक श्री रिचपाल सिंह सलारिया और अमित कुमार से फोन पर बात की। उन्होंने भारतीय टीम के कोच सहित सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि स्वंतत्रता दिवस पर भारतीय तीरंदाजी टीम की जीत से दोहरी खुशी मिली है। हमारे खिलाड़ियों ने पोलैंड में तिंरगा फहराकर देश का मान बढ़ाया है जिस पर हमें गर्व है।
भारतीय तीरंदाजी टीम में शामिल अमित कुमार ने 80 में से 72 तथा सर्विसेस के विशाल चंगमय और विक्की कुशाल ने 73-73 अंक हासिल किए। इसके अलावा कैडेट यूथ वर्ल्ड आर्चरी चैंपियनशिप के रिकर्व कैडेट मिक्स टीम इवेन्ट में भारत ने 6-2 से जापान को हराकर स्वर्ण पदक जीता। जबकि रिकर्व कैडेट पुरूष की व्यक्तिगत स्पर्धा में भारतीय टीम के खिलाड़ी विशाल चंगमय ने 6-4 से कजाकिस्तान को हराकर देश को कांस्य पदक दिलाया।
अमित का बहुमूल्य योगदान
संचालक खेल और युवा कल्याण पवन जैन ने देश को स्वर्ण पदक दिलाकर देश का परचम फहराने वाली भारतीय तीरंदाजी टीम के खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि देश को स्वर्ण पदक दिलाने में मध्य प्रदेश राज्य तीरंदाजी अकादमी के होनहार खिलाड़ी अमित कुमार का बहुमूल्य योगदान रहा है। खेल संचालक ने भारतीय तीरंदाजी टीम के और मध्य प्रदेश राज्य तीरंदाजी अकादमी के मुख्य प्रशिक्षक रिचपाल सिंह सलारिया को बधाई देते हुए कहा कि श्री सलारिया के नेतृत्व में पोलेंड गई भारतीय तीरंदाजी टीम ने देश को दो स्वर्ण और एक कांस्य पदक दिलाया है, यह देश के लिए गौरव की बात है।