सद्बुद्धि का दायक है गायत्री महामंत्र, यज्ञ से देवताओं का मिलता है आशीर्वाद
गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल @ गंजबासौदा मध्यप्रदेश रमाकांत उपाध्याय / 9893909059
गायत्री प्रज्ञापीठ पर शुक्रवार गायत्री जयंती के अवसर पर गायत्री परिवार ने वेदमाता गायत्री का प्राकट्योत्सव मनाया।
मुख्यट्रस्टी श्यामसुंदर माथुर ने बताया कि इस अवसर पर शुक्रवार को सुवह 9 बजे से तीन कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें गायत्री परिजनों ने विश्व शांति व मंगल कामना से आहुतियाँ प्रदान की।
उपमुख्य ट्रस्टी जयराम अहिरवार, ट्रस्टी भगवान सिंह राजपूत ने गायत्री महा मंत्र के जाप व लेखन का लाभ बताकर ज्यादा संख्या में लेखन व जाप करने की बात कही। उन्होंने कहा कि गायत्री मंत्र में सद्बुद्धि की प्रार्थना है परमात्मा दिव्य चेतना को अपने अंदर अंतरात्मा में स्थापित करने की भावना से मंत्र जाप किया जाता है। जिसके अनेक लाभ हैं। यज्ञ व गायत्री माता भारतीय संस्कृति का आधार हैं।
इस मौके पर उप मुख्यट्रस्टी जयराम अहिरवार, वरिष्ठ परिजन नेत्रपालसिंह तोमर, ट्रस्टी भगवानसिह राजपूत, श्रीमति लक्ष्मी शर्मा, श्रीमति पूनम तिवारी, श्रीमति मधुलता पांडे, श्रीमति सपना पांडे, श्रीमति संगीता शर्मा, श्रीमति सुमन राजपूत, सुरेश सैनी, परिव्राजक बसंत पांडे, राकेश पांडे, रमाकांत उपाध्याय, आलोक पांडे वासू, नंदिनी तिवारी, रोशनी पांडे, वैदेही उपाध्याय सहित गायत्री परिजन मौजूद थे।
विवाह दिवस संस्कार आयोजित
गायत्री प्रज्ञापीठ के ट्रस्टी भगवान सिंह राजपूत व श्रीमती सुमन राजपूत का विवाह दिवस संस्कार भी मनाया गया। इस अवसर उन्हें गायत्री परिजनों द्वारा शुभकामनाएं दी गई।