Ganjbasoda अभिमान आता है तो भगवान चले जाते हैं – सौरभ कृष्ण शास्त्री

विहिप मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ क्षेत्र मंत्री राजेश तिवारी ने किया व्यासपीठ पूजन, कथा समापन पर हुआ भंडारा 

गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल @ गंजबासौदा मध्यप्रदेश रविकांत उपाध्याय / 8085883358

महादेव मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीमद्भागवत कथा को सुनाते हुए श्रीधाम वृंदावन से पधारे बाल व्यास पंडित सौरभ कृष्ण शास्त्री जी ने समस्त श्रोता समुदाय को समझाते हुए कहा कि जब व्यक्ति के अंदर अभिमान आ जाता है तो भगवान उस व्यक्ति के हृदय रूपी भवन में नहीं आते। क्योंकि अभिमान और भगवान एक जगह नहीं रह सकते। अब चाहे वह अभिमान धन का बल का प्रतिष्ठा का हो या फिर पद का हो।

व्यास श्री ने कहा कि भगवान हृदय रूपी भवन में झांककर देखते हैं कि यदि हृदय भवन खाली है और भक्ति महारानी से समन्वित है तो फिर भगवान अपने आप को रोक नहीं पाते और यदि देखा कि ह्रदय भवन में तो काम क्रोध लोभ मोह ईर्ष्या द्वेष छल कपट मत्सर्ता पाखंड है तो उस हृदय भवन में भगवान जाना तो दूर की बात है देखना भी पसंद नहीं करते हैं। व्यास श्री ने भागवत के प्रसंगों पर प्रकाश डालते हुए कहां की भागवत के अंतर्गत एक प्रसंग आता है की कुबेर के बेटा नल कुवर और मणिग्रीव को धन अभिमान था क्योंकि कुबेर के पुत्र थे नारद जी से नग्न अवस्था में प्रणाम किया तो नारद जी ने रुष्ट होकर श्राप दिया कि तुमको शर्म नहीं आती वृक्ष की तरह मेरे सामने नग्न खड़े हो जाओ वृक्ष हो जाओ दोनों ने क्षमा मांगी तो नारद जी ने कहां की श्राप तो लग गया है वृक्ष तो बनोगे लेकिन नंद के आंगन के जब भगवान पईया पईया आंगन में डो लेंगे तो तुम्हारा उद्धार हो जाएगा।

 

व्यास जी ने गोवर्धन लीला पर प्रकाश डाला और कहा कि भगवान ने विशाल गोवर्धन को 7 वर्ष की उम्र में 7 कोस का गोवर्धन 7 दिन 7 रात्रि पर्यंत उठा कर रखा किसी ने प्रभु से पूछा की लाला तेने इतनो बड़ो गोवर्धन कैसे उठाए लियो तो भगवान ने कहा कछु माखन को बल बढ़ो कछु गोपन करी सहाय श्री राधे जी की कृपा से मैंने गिरवर लिए उठाएं गोवर्धन पूजा के बाद समस्त श्रोताओं ने 56 प्रकार के भोगको लगाया और मैं तो गोवर्धन को जाऊं मेरे वीर नहीं माने मेरो मनवा पर खूब नाच किया आरती और प्रसाद लेकर सब लोगों ने खूब आनंद लिया।

भागवत कथा में विश्व हिंदू परिषद के मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के क्षेत्र मंत्री राजेश तिवारी ने व्यास पीठ का पूजन संपन्न किया। बाल व्यास सौरभ कृष्ण शास्त्री एवं मैनेजमेंट व संचालन संभाल रहे सामाजिक कार्यकर्ता शैलेन्द्र सक्सेना ने समस्त ग्रामवासी व क्षेत्रवासियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कथा समापन पर कन्या भोज ब्राह्मण भोज भंडारा आयोजित हुआ जिसमें सेकड़ो ग्रामीणों ने प्रसाद लिया।