मेले में बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएँ कराई जाएंगी उपलब्ध
आयुष्मान कार्ड के साथ बनाए जाएंगे विशिष्ट स्वास्थ्य पहचान-पत्र
संचारी एवं असंचारी बीमारियों की रोकथाम और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के माध्यम से बनेंगे मेले
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बताया है कि आजादी के अमृत महोत्सव’ में प्रदेश के सभी विकासखंड पर 18 से 30 अप्रैल तक स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया जाएगा। स्वास्थ्य मेलों में आम नागरिकों को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएँ, पात्र लोगों को आयुष्मान कार्ड, डिजिटल मिशन में विशिष्ट स्वास्थ्य पहचान-पत्र उपलब्ध करवाते हुए विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों और स्वास्थ्य के प्रति आमजन में जागरूकता लाने का कार्य भी किया जाएगा। स्वास्थ्य मेलों में सांसद, जिले के प्रभारी मंत्री, विधायक और जन-प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी आज स्वास्थ्य मेलों की जानकारी और उनमें की गई व्यवस्थाओं के संबंध में मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। आयुक्त स्वास्थ्य डॉ.सुदाम खाड़े भी उपस्थित थे।
मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि स्वास्थ्य मेले में बीमारी की प्रारंभिक स्तर पर पहचान हेतु स्क्रीनिंग एवं निदान के संबंध में बुनियादी जाँच, दवाइयों की उपलब्धता, विषय-विशेषज्ञों के साथ टेली-कन्सलटेशन से उचित उपचार की नि:शुल्क व्यवस्था भी रहेगी। टेली कंसलटेशन सभी हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर ई-संजीवनी के माध्यम से 16 अप्रैल, 2022 से किया जाना है। आवश्यकता अनुसार गंभीर रोगियों को रेफर करने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था भी रहेगी।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि स्वास्थ्य मेले में आने वाले रोगियों को आयु वर्ग के आधार पर पंजीकरण करने के लिए पृथक-पृथक काउंटर बनाये जायेंगे। इसमें गर्भवती महिलाओं के लिए ए.एन.सी. काउंटर भी बनेगा। इनमें स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार के लिए विषय-विशेषज्ञ चिकित्सक सेवाएँ देंगे। बच्चों के स्वास्थ्य परिक्षण एवं उपचार के लिए शिशु रोग विशेषज्ञ, स्त्री एवं गर्भवती महिलाओं के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, लम्बी खाँसी, बुखार आदि के लिए मेडिकल स्पेशलिस्ट, मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, आँखों की परेशानी के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ, कान, नाक एवं गले संबंधी समस्या के लिए ई.एन.टी. विशेषज्ञ, जोड़ो एवं हड्डी की परेशानी के लिए अस्थि रोग विशेषज्ञ, दिमागी एवं मानसिक रोगियों के लिए मानसिक रोग चिकित्सक के अतिरिक्त अन्य विषय-विशेषज्ञ भी उपस्थित रहेंगे। साथ ही आवश्यकता होने पर टेली- कंसलटेशन की व्यवस्था भी की गई है, जिससे जन-समुदाय को व्यापक एवं स्वास्थ्य मेले में विविध प्रकार से नि:शुल्क उपचार मिल सके। चिकित्सकीय उपचार के साथ स्वास्थ्य जागरूकता, परिवार परिवार नियोजन परामर्श, मानसिक स्वास्थ्य परिक्षण, ओरल कैंसर, मोतियाबिंद पहचान, टीकाकरण, टीबी एवं कुष्ठ रोग पहचान, रक्तादान की उपलब्धता भी इन मेले में सुनिश्चित की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य स्तर से स्वास्थ्य मेले के सफल आयोजन के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जिला कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जारी किये गये हैं। स्वास्थ्य मेलों में लोक शिक्षण, महिला-बाल विकास, आयुष, खेल एवं युवा कल्याण, जनसम्पर्क, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, संस्कृति और सामाजिक न्याय विभाग सहयोगी की भूमिका निभाएंगे। राज्य स्तर से प्रत्येक जिले के लिए नोडल अधिकारी नामांकित किए गए है, जो स्वास्थ्य मेलों की सतत मॉनिटरिंग करेंगे।