Dewas बेटा-बेटी बराबर आयेंगे, तभी सृष्टि का चक्र चलेगा : मुख्यमंत्री

महिला स्व-सहायता समूह द्वारा बाँस उत्पादन महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
महिला स्व-सहायता समूह ने गणवेश सिलाई कार्य से एक करोड़ का लाभांश कमाया
मुख्यमंत्री ने देवास जिले के चिड़ावद में सीएम राइज स्कूल का किया भूमि-पूजन

गंजबासौदा न्यूज़ पोर्टल @ देवास मध्यप्रदेश रविकांत उपाध्याय/ 


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि देवास जिले की महिला स्व-सहायता समूह की बहनों ने बाँस उत्पादन करने का बीड़ा उठाया है। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समूह की महिलाओं ने एक हजार एकड़ जमीन में बाँस उत्पादन का कार्य हाथ में लिया है। प्रदेश के महिला स्व-सहायता समूहों को गणवेश सिलाई का कार्य दिया गया था। इस कार्य को उन्होंने बखूबी करके दिखाया है। देवास जिले की महिला स्व-सहायता समूह की बहनों ने गणवेश सिलाई के कार्य से एक करोड़ रुपये का लाभांश प्राप्त किया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटियों के प्रति मेरे मन में शुरू से लाड़ रहा है। उनके उज्जवल भविष्य के लिए ही हमने लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की। योजना से प्रदेश में लिंगानुपात भी बढ़ा है। वर्ष 2012-13 में 1000 पर 912 बेटियाँ थी, अब 1000 पर 956 बेटियाँ जन्म ले रही है। समाज में बेटियों के प्रति दृष्टिकोण बदला है। जब बेटा और बेटी एक साथ आगे बढ़ेंगे, तभी सृष्टि का चक्र चलेगा।

महिला स्व-सहायता समूह एवं आरटीसन कंपनी के बीच हुआ अनुबंध

मुख्यमंत्री श्री चौहान की उपस्थिति में वन विभाग के सहयोग से महिला स्व-सहायता समूह एवं आरटीसन कंपनी के बीच अनुबंध हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्व-सहायता समूह की महिलाएँ एक हजार एकड़ भूमि पर बाँस के पौधों का उत्पादन करेंगी। आरटीसन कंपनी 20 वर्ष तक समूह से बाँस खरीदेगी। कंपनी पहले साल एक बाँस पर 60 रुपये, दूसरे साल 36 रुपये और तीसरे साल 16 रुपये देगी। समूह की महिलाओं को प्रति एकड़ एक से डेढ़ लाख रुपये की आय प्राप्ति होगी। देवास जिले के ग्राम खटांबा में महिला समूह द्वारा पोषण आहार का कारखाना भी चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब बड़े ठेकेदारों के खाते में पैसा नहीं जाता है, बल्कि पैसा समूह के खातों में जाता है।

अधिक से अधिक महिला स्व-सहायता समूह बनें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अधिक से अधिक महिला स्व-सहायता समूह गठित हों। इससे निम्‍न-मध्‍यम वर्गीय महिलाओं को हर माह एक निश्चित आमदनी प्राप्त हो जाती है। देवास जिले में समूह की महिलाओं ने गणवेश सिलाई का कार्य जो पाँच करोड़ 40 लाख का था, इसमें इन्हें एक करोड़ रुपये का मुनाफा मिला। शासन की मंशा है कि हर महिला को कम से कम माह में 10 हजार रुपये की आमदनी हो। महिला स्व-सहायता समूहों को अचार, पापड़, बड़ी, मास्क, सेनीटाइजर बनाने का कार्य भी दिया गया था, जिसे वे सफलतापूर्वक कर रही हैं।

सीएम राइज स्कूल का किया भूमि-पूजन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चिड़ावद में 16 करोड़ की लागत से बनने वाले सीएम राइज स्कूल का भूमि-पूजन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष प्रदेश में सीएम राइज स्कूल खोले जा रहे हैं। लगभग 25 गाँवों के बीच एक सीएम राइज स्कूल होगा। इन स्कूलों में आधुनिक तरीके से शिक्षा देकर गुणवत्ता सुधार किया जायेगा। स्कूल में लायब्रेरी, प्रयोगशाला, अंग्रेजी एवं हिन्दी माध्यम से शिक्षा की व्यवस्था, बच्चों के आने-जाने के लिये बस की सुविधा एवं पर्याप्त स्टाफ रहेगा। स्कूल नर्सरी से 12वीं कक्षा तक संचालित किये जायेंगे।

मुख्यमंत्री ने की खेल मैदान की घोषणा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चिड़ावद ग्राम के बच्चों की मांग पर खेल मैदान बनाने की घोषणा की। उन्होंने कलेक्टर श्री चंद्रमौली शुक्ला को निर्देश दिये कि वे शीघ्र ही खेल मैदान के लिये जमीन देखें और कार्य शुरू करवायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उनकी इच्छा है कि बच्चे खेलें-कूदें और शिक्षा ग्रहण करें। ये बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिये बहुत जरूरी है।
किसान प्राकृतिक खेती की ओर लौटें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों से कहा कि वे प्राकृतिक खेती की ओर लौटें। उन्होंने कहा कि वे स्वयं अब अपने खेत में प्राकृतिक खेती करेंगे। किसान विविध प्रकार की फसलें लें।

लाड़ली लक्ष्मियों को देखकर संतोष का अनुभव होता है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चिड़ावद में कन्या-पूजन कर कहा कि 2006 में उन्होंने लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की थी। जिन बच्चियों को गोद में लेकर प्रमाण-पत्र दिये थे, आज वे बच्चियाँ 11वीं एवं 12वीं कक्षा में पहुँच चुकी हैं। उन्हें देखकर संतोष का अनुभव होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे हमेशा से लगता था कि बेटियों के साथ भेदभाव क्यों होता है। मेरे मन में यह विचार आया कि जब बेटी पैदा हो तो लखपति हो। इसी सोच के चलते लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई। प्रदेश में अभी लगभग 40 लाख बच्चियों को लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ मिल रहा है। बेटी जब 21 वर्ष की हो जायेगी, तब उन्हें एक लाख रुपये की राशि प्राप्त होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अब हमने तय किया है कि जब हमारी लाड़लियाँ कॉलेज जायेंगी तो उन्हें 25 हजार रुपये अलग से दिये जायेंगे।

सेवा सहकारी समिति बनाने की घोषणा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्राम चिड़ावद में वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि आसपास के चार गाँवों को लेकर सेवा सहकारी समिति बनाई जायेगी, लेकिन इन गाँवों में पहले से मौजूद शासकीय उचित मूल्य दुकानों को बन्द नहीं किया जायेगा।

आजीविका मिशन हितग्राहियों को लाभांश वितरण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीण आजीविका मिशन के हितग्राहियों को लाभांश का वितरण किया। गणवेश बनाने वाले समूह को भी लाभांश दिया। स्ट्रीट वेण्डर्स को 10 हजार रुपये की ऋण राशि का प्रमाण-पत्र दिया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व-सहायता समूह द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। बाँस से बने फर्नीचर को देखा और उसकी सराहना की। सांसद श्री महेंद्र सिंह सोलंकी एवं पूर्व विधायक श्री राजेंद्र वर्मा ने भी संबोधित किया।

श्रमिक कंवरलाल के घर किया भोजन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्राम चिड़ावद के श्रमिक कंवरलाल खिच्ची के घर भोजन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोजन में दाल, गोभी की सब्जी और बाजरे की रोटी खाई। उन्होंने भोजन की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री कंवरलाल के परिवार से भी मिले। कंवरलाल ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के आगमन से उन्हें काफी प्रसन्नता हो रही है।

शासकीय उचित मूल्य दुकान का निरीक्षण किया

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्राम चिडावद में भ्रमण के दौरान शासकीय उचित मूल्‍य दुकान का निरीक्षण किया। उन्होंने उचित मूल्‍य दुकान पर राशन वितरण कार्य देखा एवं हितग्राही को राशन वितरित किया। मुख्यमंत्री ने राशन लेने आये हितग्राहियों से राशन दुकान समय पर खुलती है या नहीं, राशन समय पर मिलता है या नहीं की जानकारी ली। हितग्राहियों ने समय पर राशन मिलने की बात कही। खाद्य अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्‍याण योजना और मुख्‍यमंत्री अन्‍नपूर्णा योजना में हितग्राहियों को जनवरी और फरवरी दो माह का राशन एक ही बार में दिया जा रहा है।

प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही से मिले

मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही श्री सुरेश पिता सिद्धनाथ के घर भी गये। हितग्राही से चर्चा की और जानकारी ली। श्री सुरेश ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ उन्‍हें आसानी से मिल गया। उन्‍होंने मुख्‍यमंत्री श्री चौहान को धन्‍यवाद दिया।